उन्नाव गैंगरेप पीड़िता सड़क हादसा कहीं हत्या की साजिश तो नहीं? चीख-चीखकर उठ रहे हैं ये सवाल
उन्नाव। भारतीय जनता पार्टी के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली पीड़िता की गाड़ी में रविवार को ट्रक ने टक्कर मार दी थी, जिससे उसकी चाची और मौसी की मौत हो गई, जबकि उनके वकील महेंद्र सिंह चौहान की हालत नाजुक है। पीड़िता को लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। उसके सिर की हड्डी टूटी है और फेफडे में चोट लगी है। पीड़िता के एक्सीडेंट के बाद यह सवाल उठने लगा है कि क्या यह महज एक हादसा था या साजिश के तहत हत्या करने की कोशिश थी। ये सवाल इसलिए उठ रहा है कि मौके ए वारदात पर कई ऐसी घटनाएं सामने आई है जो चीख चीखकर हत्या की ओर इशारा कर रही हैं।

ट्रक के नंबर प्लेट को छिपाने की कोशिश गई थी
जिस ट्रक ने टक्कर मारी उसकी नंबर प्लेट पर कालिख पुती हुई थी। यानि नंबर छिपाने की कोशिश गई थी। यूपी 71 एटी 8300 यही नंबर प्लेट ट्रक के आगे और पीछे लगी है। मगर दोनों ओर उसे ग्रीस से पोता गया था, ताकि नंबर छिपा रहे। बड़ा सवाल यह कि ऐसा किन कारणों से किया गया था। क्या इसकी असल वजह आरटीओ की डर थी या किसी साजिश के तहत ऐसा किया गया था।

पीड़िता को 1 हथियार बंद और दो महिला सिपाही मिले थे, लेकिन वो साथ क्यों नही थे
हादसे के समय दुष्कर्म पीड़िता की सुरक्षा में तैनात तीनों सिपाही नहीं थे, इसे लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। हलांकि, लखनऊ जोन के एडीजी राजीव कृष्णा ने बताया कि प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक पीड़ित परिवार ने खुद ही सुरक्षाकर्मी को साथ न आने के लिए कहा था, क्योंकि कार में जगह कम थी। हालांकि, प्रशासन के आदेशानुसार इन्हें हर हाल में पीड़िता के साथ मौजूद रहना चाहिए था। फिलहाल, इसकी भी जांच के निर्देश दे दिए गए हैं।

पीड़िता के चाचा को उन्नाव जेल से रायबरेली जेल क्यों भेजा गया
सवाल यह भी उठ रहा है कि आखिर पीड़िता के चाचा को किन परिस्थितियों में उन्नाव से रायबरेली जेल भेजा गया था। कहीं इसके पीछे भी कहीं कोई साजिश तो नहीं थी।

ट्रक टक्कर मारने के लिए अपनी लाइन छोड़ कर दूसरी पटरी पर कैसे आया
प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो हादसे के वक्त तेज बारिश हो रही थी। ट्रक रायबरेली से लालगंज की ओर जा रहा था। तीखे मोड़ पर कार आ गई और ट्रक ड्राइवर ने उस पर नियंत्रण खो दिया। पुलिस इसे हादसा मानकर ही जांच कर रही है। बकौल थानाध्यक्ष उसकी गिरफ्तारी इतनी देर बाद हुई है कि ऐसा कहना मुश्किल है कि वह शराब के नशे में था या नहीं। फिलहाल उससे पूछताछ जारी है। सवाल उठना लाजमी है कि यदि वह नशे में नहीं था तो बारिश में ट्रक की रफ्तार इतनी तेज क्यों थी। इतना ही नहीं ट्रक टक्कर मारने के लिए अपनी लाइन छोड़ कर दूसरी पटरी पर कैसे आ गया? क्या ट्रक बेकाबू हो गया था या उसने टक्कर मारने की नियत से ही विपरीत दिशा ओर ट्रक दौड़ा दिया था?

ये हैंं कुछ और अहम सवाल
- ट्रक के पहिए इतने घिस चुके हैं कि कोई भी ट्रांसपोर्ट या ट्रक का मालिक खस्ता हाल वाले ट्रक को व्यवसाय के लिए नहीं रखेगा- जो ट्रक सड़क पर चलाने लायक़ नहीं था वो क्यों चल रहा था?
- हाल फिलहाल में विधायक कुलदीप सिंह से जेल में कौन-कौन मिलने गया था?
- विधायक के डर से पीड़ित युवती दिल्ली में रह रही थी तो क्या पुलिस को जानकारी थी कि विधायक उसके परिवार को धमका रहा था और अगर जानकारी थी तो पुलिस ने कार्रवाई क्यों नहीं की?