UNLOCK 2 में यात्री ट्रेनों और फ्लाइट्स को लेकर क्या बदलाव हुआ, जानिए
अनलॉक-2 में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने घरेलु उड़ानों और यात्री ट्रेनों को लेकर भी निर्देश जारी किए हैं...
नई दिल्ली। कोरोना वायरस की महामारी के बीच देश में अनलॉक-2 की गाइडलाइन जारी कर दी गई हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सोमवार रात को आदेश जारी करते हुए बताया कि देश में अनलॉक-2 की गाइडलाइंस आगामी 1 जुलाई से 31 जुलाई तक के लिए लागू रहेंगी। नई गाइडलाइंस में जहां कुछ पाबंदियों को फिलहाल जारी रखा गया है, वहीं कुछ क्षेत्रों में छूट बढ़ा दी गई हैं। इस बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने घरेलु उड़ानों और यात्री ट्रेनों को लेकर भी निर्देश जारी किए हैं। आइए जानते हैं कि अनलॉक-2 में यात्री ट्रेनों और फ्लाइट्स को लेकर क्या फैसला लिया गया है।
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अंतरराष्ट्रीय हवाई सेवाएं अनलॉक-2 में नहीं खुलेंगी
अनलॉक-2 की गाइडलाइंस जारी करते हुए गृह मंत्रालय ने बताया कि घरेलु उड़ानें और यात्री ट्रेनें पहले की तरह सीमित और सरकार के निर्देशों के मुताबिक चलती रहेंगी। गृह मंत्रालय के मुताबिक ट्रेन और फ्लाइट के संचालन को भविष्य में कोरोना वायरस की स्थिति को ध्यान में रखते हुए और आगे बढ़ाया जाएगा। अंतरराष्ट्रीय हवाई सेवाएं फिलहाल अनलॉक-2 में नहीं खुलेंगी। सरकार ने शुक्रवार को ही आदेश जारी करते हुए बताया था कि सभी अंतरराष्ट्रीय कमर्शियल हवाई सेवाओं पर 15 जुलाई तक प्रतिबंध रहेगा। हालांकि डीजीसीए से जिन उड़ानों को परमिशन मिली हुई है, वो जारी रहेंगी। इसके अलावा कारगो ऑपरेशन (माल ढुलाई) में लगे विमानों की उड़ान पर भी प्रतिबंध लागू नहीं होगा।
मेट्रो सेवाएं अभी नहीं खुलेंगी
गौरतलब है कि देश के बड़े शहरों में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, जिसे ध्यान में रखते हुए सरकार ने फिलहाल मेट्रो सेवा को बंद रखा है। राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के कारण इस समय हालात बेहद खराब हैं। हालांकि मुंबई में स्थिति सुधरी है, लेकिन पिछले कुछ दिनों में उपनगरों में नए क्लस्टर बने हैं। देश के दक्षिणी शहरों को भी देखें तो कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए चेन्नई में फिलहाल लॉकडाउन लागू है। बेंगलुरू में भी कोरोना से प्रभावित इलाकों में आंशिक लॉकडाउन लगाया गया है। ऐसे में अनलॉक-2 में मेट्रो सेवाओं को फिलहाल बंद रखा गया है।
शैक्षणिक संस्थान अभी रहेंगे बंद
अनलॉक-2 में फिलहाल शैक्षणिक संस्थान बंद रखे गए हैं। केवल कर्नाटक को छोड़कर, ज्यादातर राज्यों ने पहले ही बोर्ड परिक्षाओं को रद्द कर दिया है। सीबीएसई और आईसीएसई ने भी वैकल्पिक ग्रेडिंग सिस्टम का फैसला लिया है। गृह मंत्रालय की ओर से जारी अनलॉक-2 की गाइडलाइन के मुताबिक, स्कूल और कॉलेज खोलने का फैसला राज्य सरकारों के ऊपर है। शैक्षणिक संस्थान और अभिभावकों की फीडबैक के आधार पर राज्य सरकारें स्कूल और कॉलेज खोलने को लेकर अगले महीने यानी जुलाई 2020 में फैसला लेंगी।
रोजगार के अवसरों पर सरकार का ध्यान
अनलॉक-2 में रोजगार के अवसरों को बढ़ाने के लिए ज्यादा ढील दी गई है। केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों खासकर यूपी, बिहार, बंगाल और ओडिशा से कहा है कि वो लॉकडाउन में अपने-अपने घरों को वापस लौटे श्रमिकों की स्किल मैपिंग के लिए उठाए जा रहे कदमों को साझा करें। गृह मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि अनलॉक-2 में सरकार का फोकस कुटीर उद्योगों और स्थानीय मजदूरों को रोजगार के साधन उपलब्ध कराने पर है। इसके अलावा उद्योगों को आत्मनिर्भर बनाने पर भी सरकार गंभीरता से सोच रही है। सरकार की कोशिश है कि उद्योगों को स्थानीय स्तर पर श्रमिकों को भर्ती करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए।
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