गडकरी बोले- मेरिट में आने वाले IAS बनते हैं, फेल होने वाला बनता है मंत्री
नई दिल्ली। लगातार बयानों के कारण सुर्खियों में रहने वाले केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने रविवार को एक सार्वजनिक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि, जो मेरिट में आता है, वो आईएएस और आईपीएस बनता है। लेकिन जो तीन बार फेल होता है, वो मिनिस्टर बनता है। राजनीति में आने के लिए कोई क्वालिटी की जरूरत नहीं होती है। गडकरी ने यह भी स्पष्ट किया कि वह प्रधानमंत्री की कुर्सी की दौड़ में शामिल नहीं हैं।
गडकरी ने कहा कि, जो मेरिट में आता है, वह आईएएस और आईपीएस बनता है। जो सेकेंड डिवीजन पास होता है, वह चीफ इंजीनियर बनता है, लेकिन जो तीन बार फेल होता है, वह मंत्री बन जाता है। उन्होंने आगे कहा, मुझे झूठ बोलना नहीं आता है। जो कहना है, वो मुंह पर कहता हूं। इससे कई बार मुझसे लोग नाराज भी हो जाते हैं। कुछ लोग झूठा रोते हैं और झूठा हंसते हैं। उनके मन में जिसके लिए प्यार नहीं होता है, उसके लिए अच्छा-अच्छा बोलते हैं, लेकिन मैं कभी झूठ नहीं बोलता हूं। गडकरी ने कहा- चतुर और चतरा इन दोनों शब्दों में अंतर होता है।
गडकरी ने कहा कि, समाज में जितनी तरह के लोग हैं, उतने ही रंग के नेता भी हैं। मैं अपने पैशन के लिए जीना चाहता हूं। मैं मक्खन लगाने वालों में से नहीं हूं। उन्होंने कहा कि, प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनने की मेरी ना तो कोई महत्वाकांक्षा है और ना ही आरएसएस की मुझे उम्मीदवार के रूप में पेश करने की कोई मंशा है। हमारे लिए देश सर्वोपरि है। मैं अपने देश के लिए सर्वश्रेष्ठ काम करने में भरोसा करता हूं। मैंने कभी लक्ष्य तय नहीं किया। मैं तो चला जिधर रास्ता मिला, जो काम दिखा करता गया।
वहीं नितिन गडकरी ने इस कार्यक्रम में साफ कर दिया कि, वे पीएम मोदी नेतृत्व के साथ हैं। उन्होंने कहा कि, मैं ना सपने देखता हूं और ना ही किसी के पास जाता हूं और ना ही लॉबिंग करता हूं। गडकरी ने कहा कि वो और उनकी पार्टी पीएम मोदी साथ मजबूती से खड़ी है। पीएम मोदी बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने विपक्षी दलों के महागठबंधन को महामिलावट करार दिया।
PSE Poll: दो समुदायों में मोदी की तुलना में राहुल पीएम की पहली पसंद