केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह के बिगड़े बोल, अधिकारियों को कमरे में बंद कर बेल्ट से पीटने की दी धमकी
रायपुर। आदिवासी मामलों के मंत्रालय की केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह एक बार फिर अपने आपत्तिजनक बयान से विवादों में घिर गई हैं। उन्होंने अधिकारियों को बेल्ट उताकर पीटने की धमकी दी है। बलरामपुर के क्वारंटाइन सेंटर में दिल्ली से लौटे युवक के साथ सीईओ और तहसीलदार द्वारा मारपीट का आरोप लगने के बाद वे दौरा करने पहुंची थी। अधिकारियों को पीटने की धमकी देने के बाद वह विपक्ष के निशाने पर आ गईं हैं।
मंत्री रेणुका सिंह ने अधिकारियों को लगाई फटकार
केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह ने कहा कि, भगवाधारी BJP के कार्यकर्ताओं को कमजोर मत समझना,जनपद में जो भेदभाव कर रहे हैं,उसे भूल जाइए,अंधेरी कोठरी में ले जाकर मैं बेल्ट खोलकर ठोकना जानती हूं। दिलीप गुप्ता नाम के युवक ने बालक छात्रावास केंद्र की कमियों पर वीडियो बनाया, जिसके बाद ब्लॉक स्तर के 2 अधिकारियों ने उसके साथ मारपीट की,मैं दिलीप गुप्ता को न्याय दिलाकर रहूंगी, मदद करने की बजाय लोगों को धमका रहे हैं,हम ये बर्दाश्त नहीं करेंगे।
'भगवाधारी भाजपा के कार्यकर्ताओं को कमजोर मत समझना'
बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के बलरामपुर क्वारंटाइन सेंटर में दूसरे राज्यों से आए कई लोगों को ठहराया गया है। 15 मई को दिल्ली से लौटे बलरामपुर निवासी दिलीप गुप्ता को भी क्वारंटाइन किया गया था। युवक ने वहां की अव्यवस्था का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था। इसकी सूचना मिलते ही 16 मई की रात करीब 11 बजे तहसीलदार शबाब खान व जनपद सीईओ विनय गुप्ता क्वारंटाइन सेंटर में पहुंचे।
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बलरामपुर क्वारंटाइन सेंटर में मारपीट का मामला
तहसीलदार शबाब खान व जनपद सीईओ विनय गुप्ता ने दिलीप गुप्ता की पिटाई कर दी। इसके बाद युवक को बलरामपुर क्वारंटाइन सेंटर से निकालकर ग्राम डौरा के क्वारंटाइन सेंटर में शिफ्ट कर दिया गया। इसके बाद 17 मई को युवक के पिता ने इसकी शिकायत बलरामपुर थाने में की लेकिन शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद दिलीप के पिता ने 20 मई को मामले की शिकायत कमिश्रर व आईजी से की थी। जिसके बाद संबंधित अधिकारी पर एक्शन की बात कही गई है।
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