शिवसेना को फिर से भाजपा से हाथ मिलाना चाहिए, नहीं तो NCP को NDA के साथ आना चाहिए: रामदास आठवले
नई दिल्ली। शिवसेना नेता संजय राउत और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बीच हाल ही में हुई मुलाकात के बाद केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने कहा है कि शिवसेना को एक बार फिर से एनडीए में शामिल हो जाना चाहिए। आठवले ने कहा कि अगर शिवसेना हमारे साथ फिर से नहीं आती है तो मैं एनसीपी चीफ शरद पवार से अपील करता हूं कि वह प्रदेश के विकास के लिए एनडीए में शामिल हो जाएं। मुमकिन है कि वह भविष्य में बड़ा पद पा जाएं। शिवसेना के साथ रहने में उनका कोई फायदा नहीं है।
50-50 फीसदी की हिस्सेदारी करें सरकार में शिवसेना
आठवले ने कहा कि शिवसेना को सरकार में भाजपा के साथ 50-50 फीसदी की भागीदारी करनी चाहिए और मुख्यमंत्री पद देवेंद्र फडणवीस को देना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने यह साफ किया है कि शिवसेना और भाजपा के साथ आने से सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच पर कोई असर नहीं पड़ेगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ये लोग कहते हैं कि यह सरकार पांच साल चलेगी, लेकिन मुझे लगता है कि यह सरकार एक या डेढ़ साल के लिए ही बनी है। कांग्रेस ने अपने पैर पर खुद पत्थर मारा है।
सुशांत आत्महत्या नहीं कर सकता
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सुशांत मामले की जांच सीबीआई कर रही है, मुझे शक है कि सुशांत सिंह आत्महत्या नहीं कर सकता है। एनसीबी की जांच में अभी अभिनेत्रियों के नाम आ रहे हैं, लेकिन इस मामले में अभिनेताओं के भी नाम सामने आने चाहिए। जिन अभिनेता, अभिनेत्रियों और निर्माताओं के नाम ड्रग्स मामले में आए हैं उन्हे फिल्मों में नहीं लेना चाहिए। ऐसे में आने वाली पीढ़ियों के लिए यह एक सबक होगा और इंडस्ट्री से ड्रग्स की सफाई हो जाएगी।
पायल घोष से मिलेंगे
हाल ही में जिस तरह से पायल घोष ने फिल्म निर्माता अनुराग कश्यप पर यौन शोषण का आरोप लगाया था, उसके बाद आठवले ने कहा कि मैं आज पायल घोष से मिलूंगा। उनको न्याय जरूर मिलना चाहिए, अगर एक महिला शिकायत करती है तो इस मामले में अनुराग कश्यप से तुरंत पूछताछ होनी चाहिए। अगर हमे लगा कि पुलिस ठीक काम नहीं कर रही है तो हमारी पार्टी डीसीपी ऑफिस पर प्रदर्शन करेगी।