रामदास आठवले की मांग, 1 साल के लिए निलंबित हों संसद में हंगामा करने वाले सांसद
रामदास आठवले की मांग, 1 साल के लिए निलंबित हों हंगामा करने वाले सांसद
नई दिल्ली। मानसून सत्र के दौरान संसद में हंगामा करने वाले आठ सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है। संसद की मर्यादा भंग करने के बाद 8 सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया, लेकिन अब इन सांसदों को कम से कम 1 साल के लिए निलंबित करने की मांग उठ रही है। केंद्रीय राज्यमंत्री रामदास आठवले ने इसकी मांग की है और इसे लेकर एक पत्र उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखा है।
अपने पत्र के जरिए रामदास अठावले ने संसद में हंगामे की रोकथाम के लिए विधेयक लाने की मांग की है। उन्होंने मांग की है कि संसद की मर्यादा को भंग करने वाले और हंगामा करने वालों के लिए जल्द से जल्द विधेयक लाने की जरूरत हैं। उन्होंने लिखा कि संसद में पहली बार हंगामा करने पर कम से कम एक साल के लिए और दूसरी बार हंगामा करने पर पूरे संसदीय कार्यकाल के लिए सांसदों का निलंबित करने की व्यवस्था होनी चाहिए। इसी तरह से प्रावधानों से संसद में हंगामा रुकेगा।
उन्होंने पत्र लिखकर इस मसले पर जल्द से जल्द विधेयक लाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि 20 सितंबर को कृषि विधेयक बिल पेश होने के दौरान विपक्षी सांसदों ने जो हरकतें दी वो निंदनीय और लोकतंत्र के नाम पर हिंसा हैं। सांसदों ने संसदीय परंपरा को तोड़ते हुए सभापति को भयभीत करने का प्रयास किया। इस हरकत ने न केवल संसद की मर्यादा भंग हुई बल्कि पूरा देश इसपर शर्मसार है। इन सांसदों को उनकी गलती के लिए उन्हें एक साल के लिए संसद से निलंबित कर देना चाहिए।