केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी बोले-महबूबा मुफ्ती और फारुख अब्दुल्ला को भारत में रहने का हक नहीं
नई दिल्ली। पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती और नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख फारुख अब्दुल्ला लगातार धारा 370 और तिरंगा ध्वज को लेकर बयानबाजी कर रहे हैं। केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि महबूबा मुफ्ती और फारूक अब्दुल्ला को भारत में रहने का कोई अधिकार नहीं है। बता दें पिछले दिनों महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि जब तक जम्मू-कश्मीर को लेकर पिछले साल पांच अगस्त को संविधान में किए गए बदलावों को वापस नहीं ले लिया जाता, तब तक उन्हें चुनाव लड़ने अथवा तिरंगा थामने में कोई दिलचस्पी नहीं है।
महबूबा मुफ्ती के बयान पर मंगलवार को केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि, महबूबा मुफ्ती और फारूक अब्दुल्ला को भारत में रहने का कोई अधिकार नहीं है। उनमें से एक का कहना है कि चीन की मदद से हम अनुच्छेद 370 को बहाल करेंगे, ऐसे समय में जब चीन हम पर हमला करने की कोशिश कर रहा है। आप अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को क्या संदेश देने जा रहे हैं?
इससे पहले गुजरात के डिप्टी सीएम नितिन पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह देश की सुरक्षा के लिए नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) लाए और उन्होंने अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को समाप्त किया। महबूबा पिछले दो दिन से अनर्गल बयान दे रही हैं। उन्हें हवाई टिकट खरीदने चाहिए और अपने परिवार के साथ कराची चले जाना चाहिए। सभी के लिए यह ठीक होगा।
बता दें कि, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने शुक्रवार को कहा था कि जब तक जम्मू-कश्मीर को लेकर पिछले साल पांच अगस्त को संविधान में किए गए बदलावों को वापस नहीं ले लिया जाता, तब तक उन्हें चुनाव लड़ने अथवा तिरंगा थामने में कोई दिलचस्पी नहीं है। जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को पिछले वर्ष अगस्त में समाप्त किए जाने के बाद से महबूबा हिरासत में थीं।
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