नितिन गडकरी ने राजमार्ग और लघु उद्योग क्षेत्र में वैश्विक निवेशकों को किया आमंत्रित
नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को अंतरराष्ट्रीय संस्थानों और निकायों से भारतीय राजमार्ग और सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (एमएसएमई) क्षेत्र में निवेश बढ़ाने का आह्वान किया है। इस बात की जानकारी एमएसएमई मंत्रालय ने दी है। देश में सड़क सुरक्षा को लेकर उठाए जा रहे जरूरी उपायों पर प्रकाश डालते हुए गडकरी ने कहा कि हमारा उद्देश्य साल 2030 तक जीरो रोड फैटेलिटीज (सड़क हादसे में एक भी मौत ना होगा) के लक्ष्य को हासिल करना है। आपको बता दें गडकरी के पास सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय और एमएसएमई मंत्रालय दोनों का प्रभार है।
एमएसएमई मंत्रालय की विज्ञप्ति के अनुसार, सड़क परिवहन, राजमार्ग और एमएसएमई मंत्री ने कहा कि ऑटोमोबाइल और सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग देश की अर्थव्यवस्था के दो ग्रोथ इंजन हैं। गडकरी ने ये बातें भारत-ऑस्ट्रेलिया चैंबर ऑफ कॉमर्स और व्यापार निवेश पर महिला नवोन्मेषकों को सड़क अवसंरचना और एमएसएमई में सहयोग को लेकर संबोधित करते हुए कही हैं। उन्होंने कहा कि अगर ये सहयोग मिलता है तो इससे ना केवल सड़कों का डिजाइन और भी बेहतर होगा बल्कि लोगों के लिए भी जागरुकता का अवसर मिलेगा।
उन्होंने कहा कि भारतीय सड़क सुरक्षा आकलन कार्यक्रम के तहत 21,000 किलोमीटर सड़कों की मानक सुरक्षा का आकलन किया गया है और करीब 3,000 किलोमीटर सड़क का तकनीकी उन्नयन हो रहा है। इस तरह के कार्यक्रमों से सड़क दुर्घटनाओं में 50 फीसदी तक की कमी आएगी। साल 2030 तक सड़क दुर्घटनाओं में एक भी मौत ना हो, इसका लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि मंत्रालय ने सड़क हादसों को कम करने के लिए कई तरह की पहल की हैं। इसके साथ ही विश्व बैंक और एडीबी ने 7-7 हजार करोड़ रुपये देने की बात भी कही है। उन्होंने कहा कि सामाजिक जागरूकता और शिक्षा के माध्यम से आपातकालीन सेवाओं में सुधार, चिकित्सा बीमा पर जोर, अधिक अस्पताल प्रदान करना जैसे उपायों से देश सड़क सुरक्षा लक्ष्यों को प्राप्त करने के करीब पहुंच रहा है।
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