इंडिया बैंकिंग कॉन्क्लेव का उद्घाटन करते हुए गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने सुनाई अपने दोस्त की कहानी
नई दिल्ली। सेंटर फॉर इकॉनोमिक पॉलिसी एंड रिसर्च (सीईपीआर) द्वारा आयोजित दो दिवसीय इंडिया बैंकिंग कॉन्क्लेव दिल्ली में आज से शुरू हो गया। इस कॉन्क्लेव का नॉलेज पार्टनर नीति आयोग है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने दीप प्रज्ज्वलित कर इंडिया बैंकिंग कॉन्क्लेव का उद्घाटन किया। इस कॉन्क्लेव में बैंकिंग सेक्टर में सुधार पर जोर दिया जाएगा। वहीं, कार्यक्रम के उद्घाटन के बाद किरण रिजिजू ने अपने एक दोस्त की कहानी भी सुनाई।
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किरण रिजिजू ने अपने दोस्त सांचे की कहानी बताई, 'बैंकों में जो काम करते हैं वे काफी संतुष्ट लोग होते हैं। जब मैं सातवीं क्लास में था तब मेरे एक दोस्त सांचे ने मुझसे कहा कि वो नौकरी करना चाहता है। अब उस उम्र में वह नौकरी तो नहीं कर सकता था। बाद में वह कैश कुली मैसेंजर के तौर पर एसबीआई में काम करने लगा। इसके साथ ही उसने अपनी पढ़ाई भी जारी रखी। बाद में उसने 12वीं पास की और ग्रेजुएशन भी किया।' केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह लड़का कैश कुली से उसी बैंक में ब्रांच मैनेजर बना। वह शुरू से बोलता था कि बैंक में काम करके जो संतुष्टि मिलती है वो कहीं और नहीं मिलती है।
बता दें कि दो दिवसीय इंडिया बैंकिंग कॉन्क्लेव में बैंकों की स्थिति पर चर्चा होगी। बैंकों के निजीकरण और विलय को लेकर भी अहम चर्चा होनी है। वहीं, इंडिया बैंकिंग कॉन्क्लेव 2018 के आयोजन में जो भी बातें निकलकर सामने आएंगी उन पर सीईपीआर और नीति आयोग दोनों रिपोर्ट तैयार करेंगे और सरकार को सौपेंगे।
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