राजनीति को अलविदा कह देना चाहते हैं, कट्टर हिंदूवादी नेता गिरिराज सिंह
नई दिल्ली। अक्सर अपने बयानों के कारण सुर्खियों में रहने वाले केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह ने हाल ही में ऐसे संकेत दिए हैं कि, वे सक्रिय राजनीति से रिटायरमेंट ले सकते हैं। गिरिराज सिंह ने मुजफ्फरपुर में कहा कि, उनका राजनीतिक जीवन ढलान की ओर है। कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद उनका आधा राजनीतिक मकसद पूरा हो गया है। गिरिराज ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण उनके जीवन का एक सपना है। इस सपने के पूरा हो जाने के बाद मैं राजनीति को प्रणाम कह दूंगा।
नरेंद्र मोदी की दूसरी पारी मेरे राजनीतिक जीवन की भी अंतिम पारी
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूसरी पारी मेरे राजनीतिक जीवन की भी अंतिम पारी है। मैं राजनीति में मंत्री-विधायक बनने नहीं, कुछ मकसद और सपनों के साथ आया था। मेरा सपना था कि जहां श्यामा प्रसाद मुखर्जी बलिदान हुए वह कश्मीर हमारा हो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरा कर दिया है। उन्होंने कहा कि, जम्मू और कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35ए हटाना मेरा मकसद था।
कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35ए हटाना मेरा मकसद था
सिंह ने कहा कि, नरेंद्र मोदी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल के आरंभ में ही अनुच्छेद 370 और 35ए को हटाकर इस मकसद को पूरा कर दिया है। अब अयोध्या में राम मंदिर निर्माण उनके जीवन का एक सपना है। इस सपना के पूरा हो जाने के बाद वे राजनीति को प्रणाम कर लेंगे। जनसंख्या के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि, जनसंख्या नियंत्रण के लिए भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से घोषणा कर दी है।
पांच वर्षों में हम सभी कार्यकर्ताओं की उम्मीदें पूरी हो जाएंगी
उन्होंने कहा, नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इन पांच वर्षों में हम सभी कार्यकर्ताओं की उम्मीदें पूरी हो जाएंगी। इसके बाद राजनीति करने का मेरा क्या उद्देश्य होगा? गिरिराज सिंह वर्ष 2019 की लोकसभा चुनाव में जीतकर संसद पहुंचे हैं। वह केंद्र की एनडीए सरकार में पशुपालन राज्य मंत्री हैं। इससे पहले वह बिहार में भी कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं।
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