वर्चुअल रैली में अमित शाह के निशाने पर ममता बनर्जी, कहा- रविंद्र संगीत से गूंजने वाला बंगाल बम धमाकों से दहला
नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल के लिए 'डिजिटल रैली' की। इस दौरान उन्होंने राज्य की ममता बनर्जी सरकार को निशाने पर लिया। अमित शाह ने कहा कि, 2014 से पश्चिम बंगाल में 100 से अधिक भाजपा कार्यकर्ताओं ने यहां राजनीतिक लड़ाई में अपनी जान गंवा दी। मैं उनके परिवारों को सम्मान देता हूं क्योंकि उन्होंने सोनार बांग्ला के विकास में योगदान दिया है। मैं बंगाल की जनता को ये कहना चाहता हूं कि भले ही भाजपा को 303 सीटें देशभर से मिली है।लेकिन मेरे जैसे कार्यकर्ता के लिए सबसे महत्वपूर्ण सीटे हैं बंगाल की 18 सीटों पर बीजेपी की विजय। शाह ने कहा कि, जिस बंगाल में रविन्द्र संगीत की धुन सुनाई देती थी, वो बंगाल आज बम धमाकों से दहल रहा है। गोलियों की आवाज, हत्याओं और लोगों की चीखों से सुन्न रह गया है। कौमी दंगों से इसकी आत्मा को बहुत बड़ी क्षति पहुंची है।
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शाह ने कहा कि, मैं आपको विश्वास दिलाना चाहता हूं कि बीजेपी सिर्फआंदोलन करने के लिए बंगाल के मैदान में नहीं आई है, बीजेपी सिर्फ राजनीतिक दल के विस्तार लिए नहीं आई है,बीजेपी बंगाल के अंदर हमारी संगठन नीव को मज़बूत तो करना चाहती ही है लेकिन बीजेपी फिर से बंगाल को संस्कारिक बंगाल बनाना चाहती है। ममता जी,क्या बंगाल के गरीब लोगों को मुफ्त और अच्छी वाली चिकित्सा सहायता प्राप्त करने का कोई अधिकार नहीं है? आयुष्मान भारत योजना को यहाँ अनुमति क्यों नहीं है? ममता जी, गरीबों के अधिकारों पर राजनीति करना बंद करें।आप कई अन्य मुद्दों पर राजनीति कर सकती हैं।
ममता पर निशाना साधते हुए अमित शाह ने कहा कि, देशभर ने आयुष्मान भारत योजना को स्वीकार लिया।अंत में केजरीवाल जी ने भी आयुष्मान भारत योजना को स्वीकार कर लिया। लेकिन आप क्यों नहीं स्वीकार रही हो ये बंगाल की जनता आपसे पूछना चाहती है। 'यूपीए ने 10 साल में एक बार 3.5 करोड़ किसानों का 60हज़ार करोड़ रुपये का ऋण माफ किया,लेकिन आंकड़े कुछ और है।मोदी जी ने 9.5 करोड़ किसानों के बैंक अकाउंट में 72हज़ार करोड़ रुपये पहुंचाने का काम किया है और हर साल किसान को 6 हज़ार रुपया पहुंचाया जा रहा है।
अमित शाह ने कहा कि, ममता दी आप हमारा हिसाब मांगती हो, मैं तो हिसाब लेकर आया हूं।आप कल एक प्रेस कांफ्रेंस करके अपने 10 साल का हिसाब दीजिएगा और ध्यान से दीजिएगा कहीं बम धमाकों या बंद हुई फैक्टरियों की संख्या मत बता दीजिएगा, BJP के मार दिए कार्यकर्ताओं की संख्या मत बता दीजिएगा। यूपीए ने 10 साल में एक बार 3.5 करोड़ किसानों का 60 हजार करोड़ रुपये का ऋण माफ किया, लेकिन आंकड़े कुछ और है। मोदी जी ने 9.5 करोड़ किसानों के बैंक अकाउंट में 72 हजार करोड़ रुपये पहुंचाने का काम किया है। साल हर किसान को 6 हजार रुपया पहुंचाया जा रहा है।'
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