मुजफ्फरपुर: स्वास्थ्य मंत्री मौजूदगी में चमकी बुखार से 2 बच्चों की मौत, लोगों ने काटा हंगामा
मुजफ्फरपुर। बिहार के मुजफ्फरपुर में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (चमकी बुखार) का कहर जारी है। मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार के कारण मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। इस बीमारी से अब तक 84 बच्चे काल के गाल में समा चुके हैं। इस बीच हालात का जायजा लेने के लिए थे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन एसकेएमसीएच पहुंचे। सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि उनकी मौजूदगी में दो बच्चों की मौत हो गई।
रविवार को जब हर्षवर्धन अस्पताल का दौरा करने पहुंचे तो बीमार बच्चों के परिजनों ने अस्पताल में हो रही बदइंतजामी को लेकर जमकर गुस्सा निकाला। इस दौरान श्री कृष्णा मेडिकल कॉलेज में मरीज का भाई बोला, मेरा बड़ा भाई यहां पिछले दो महीनों से भर्ती है। मैं चाहता हूं कि उसका इलाज अच्छे से हो और जिन बच्चों की हालत खराब है उनका भी सही से ख्याल रखा जाए। वर्ना मुझे भी मार दिया जाए।
मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से अब तक 80 लोगों की जान जा चुकी है। यहां के श्री कृष्णा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में मरीज लगातार डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं। अस्पताल में केंद्रीय स्वस्थ्य मंत्री हर्षवधर्न के सामने मरीजों के परिजनों ने हंगामा किया। एक परिजन ने कहा कि नेता आते हैं और चले जाते हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। हंगामे को बढ़ता देख वहां पर मौजूद अधिकारियों ने उस तीमारदार को समझा बुझा कर शांत किया। वो लगातार अस्पताल प्रशासन से मांग कर रहा था कि इलाज का समुचित प्रबंध किया जाए।
मीडिया से बातचीत में हर्षवर्धन ने बताया कि मस्तिष्क बुखार से बच्चों की मौत बेहद दुखद है। कुछ सालों में एईएस और जापानी इसेफलाइटिस से मरने वाले बच्चों की संख्या में काफी कमी आई थी। 2014 में इस बुखार से काफी बच्चे की जान गई थी। उसके बाद से इस तरह के कम केस आ रहे थे, लेकिन इस बार यह बुखार काफी तेजी से फैल रहा है। बच्चों की मौत सभी के लिए कष्टदायक है। एक डॉक्टर के नाते मैं यह महसूस कर सकता हूं कि बच्चों की मौत माता-पिता के लिए कितनी तकलीफदेह है।
उधर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रत्येक मृतक के परिजन को चार-चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि कुमार ने मुजफ्फरपुर में बच्चों की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया और मृतक के परिजनों को अनुग्रह राशि के रूप में चार-चार लाख रुपये देने का आदेश दिया। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ-साथ डॉक्टरों को भी बीमारी से निपटने के लिए हरसंभव उपाय करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने संदिग्ध एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) से पीड़ित बच्चों के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए प्रार्थना की है।
बिहार: मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार का कहर जारी, मौत का आंकड़ा पहुंचा 77