उच्च शिक्षा में बदल जाएगी एडमिशन प्रकिया, केंद्र सरकार ने दी NTA को मंजूरी
नई दिल्ली। सीबीएसई, एआईसीटीई और अन्य शैक्षणिक संस्थाओं को इंट्रेस एग्जाम कराने की जिम्मेदारी से जल्द राहत मिलने वाली है। पीएम मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट ने शुक्रवार को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) बनाए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। यह एजेंसी अब देश भर के बेहतरीन संस्थाओं में होने वाले एडमिशन प्रकिया को सुचारू ढंग से कराएगी।
सीबीएसई के पास इस वक्त 10वीं और 12वीं के बोर्ड एग्जाम कराने के अलावा आईआईटी-जेईई, यूजीसी-नेट, सेंट्रल टीचर एलिजबिलटी टेस्ट, और जवाहर नवोदय विद्यालय में एडमिशन के लिए टेस्ट कराने की जिम्मेदारी है। कुछ ऐसे ही टेस्ट कराने की जिम्मेदारी एआईसीटीई (AICTE) के पास भी है। अब नेशनल टेस्ट एजेंसी इन सभी परीक्षाओं को कराने की जिम्मेदारी अपने हाथ में ले लेगी। शुरूआत में ये सीबीएसई द्वारा कराए जा रहे परीक्षाओं को अपने हाथ में लेगी बाद में सभी परीक्षाएं इसके दायरे में आ जाएंगी।
इस एजेंसी के चेयरमैन पह के लिए मानव संसाधन मंत्रालय किसी प्रख्यात शिक्षाविद को नामित करेगा। एजेंसी के सीईओ और डायरेक्टर जनरल को सरकार नामित करेगी। डायरेक्ट जनरल को सलाह देने के लिए 9 शिक्षाविदों और विशेषज्ञों की बी नियुक्ति की जाएगी। नेशनल टेस्ट के क्रियान्यवयन के लिए केंद्र सरकार से इसे पहले साल 25 करोड़ रुपये का फंड मिलेगा। इस एजेंसी के बनने से विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं में बैठने वाले 40 लाख परीक्षार्थियों को फायदा पहुंचेगा।
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