Union Budget 2020: सेल्स गर्ल से वित्त मंत्री बनने तक ऐसा है निर्मला सीतारमण का सफर, जानिए खास बातें
नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2020-21 का आम बजट आज सुबह 11 बजे पेश होने वाला है, बतौर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण दूसरा आम बजट पेश करने जा रही हैं, आर्थिक सुस्ती के बीच यह बजट अर्थव्यवस्था के लिए काफी अहम माना जा रहा है, मालूम हो कि देश की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपेक्षाकृत अपने छोटे राजनीतिक कार्यकाल में ऐसी मंजिलें हासिल की हैं जहां पहुंचना हर किसी के लिए संभव नहीं है, बहुत थोड़े समय में भारत जैसे देश के लिए रक्षा (शक्ति) और वित्त (ऐश्वर्य) के प्रबंध की जिम्मेदारी मिलना किसी भी व्यक्ति के लिये बहुत बड़ी बात है।
जन्म तमिलनाडु में, शिक्षा दिल्ली में
निर्मला सीतारमण का जन्म 18 अगस्त 1959 को तमिलनाडु के मदुरै में नारायण सीतारमण के घर हुआ था, उन्होंने सीतालक्ष्मी रामास्वामी कॉलेज से बीए किया और साल 1980 में उन्होंने जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी से एमए की डिग्री हासिल की, इसके बाद उन्होंने गैट फ्रेमवर्क के तहत इंडो-यूरोपियन टेक्सटाइल ट्रेड विषय पर पीएचडी की इसके बाद में उन्होंने प्राइसवॉटरहाउस कूपर्स में सीनियर मैनेजर के तौर पर काम किया, इसके बाद उन्होंने बीबीसी वर्ल्ड सर्विस ज्वाइन कर ली, इतना ही नहीं वो नेशनल कमिशन फॉर वुमन की सदस्य भी रह चुकी हैं।
सीतारमण ने सेल्सगर्ल के तौर पर काम किया...
जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में पढ़ाई को दौरान ही निर्मला की अपने पति पराकाला प्रभाकर, जो कि आंध्र प्रदेश के रहने वाले हैं, से हुई और फिर दोनों की मुलाकात दोस्ती के रास्ते शादी में तब्दील में हो गई, प्रभाकर जब लंदन स्कूल ऑफ इकनॉमिक्स से पीएचडी कर रहे थे, उसी दौरान सीतारमण ने सेल्सगर्ल के तौर पर काम किया।
पति पराकाला प्रभाकर का परिवार कांग्रेस समर्थक
जहां निर्मला सीतारमण का झुकाव बीजेपी की तरफ था वहीं उनके पति का परिवार कांग्रेस समर्थक था, उनकी सास आंध्र प्रदेश से कांग्रेस की विधायक थीं, जबकि उनके ससुर 1970 में आंध्र प्रदेश के मंत्री थे, शादी के बाद निर्मला सीतारमण और उनके पति पराकाला प्रभाकर काम के सिलसिले में लंदन चले गए थे लेकिन पुत्री के जन्म के वक्त वे भारत वापस आ गए और हैदराबाद में बस गए, आपको बता दें कि निर्मला और पराकाला को शादी से एक बेटी है।
साल 2010 में निर्मला सीतारमण को बीजेपी का प्रवक्ता चुना गया...
उन्होंने साल 2006 में बीजेपी जॉइन की थी लेकिन साल 2014 में वो नरेंद्र मोदी के मंत्रालय का हिस्सा बनीं, इससे पहले वो बीजेपी के 6 प्रवक्ताओं में से एक थीं, निर्मला सीतारमण के पति डॉक्टर पराकाला प्रभाकर भी साल 2000 में बीजेपी की आंध्र प्रदेश इकाई के प्रवक्ता थे, साल 2010 में निर्मला सीतारमण को बीजेपी का प्रवक्ता चुना गया, उसके बाद से बीजेपी के प्रवक्ताओं के रूप में निर्मला सीतारमण अक्सर टीवी चैनलों पर नजर आने लगीं और वो दिल्ली से ज्यादा गुजरात में मशहूर हो गईं।
साल 2017 में बनीं रक्षा मंत्री
साल 2014 में हुए लोकसभा चुनावों के दौरान प्रवक्ताओं के रूप में निर्मला का काफी अहम रोल रहा इसके बाद चुनावों से पहले ही यह तक माना जाने लगा था कि अगर एनडीए की सरकार बनती है तो निर्मला मोदी कैबिनेट का हिस्सा जरूर होंगी और हुआ भी ठीक वैसा ही , इन चुनावों में बीजेपी ने प्रचंड जीत हासिल की, 26 मई 2016 को निर्मला सीतारमण ने वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के लिए राज्य मंत्री के तौर पर शपथ ली इसके अलावा वो वित्त और कॉर्पोरेट अफेयर्स की राज्य मंत्री भी रहीं, इसके बाद उन्होंने आंध्र प्रदेश के राज्यसभा उप-चुनावों में उतरीं और इसमें उन्हें विजय हासिल हुई। सितंबर 2017 में नरेंद्र मोदी की सरकार में उन्हें रक्षा मंत्री बनाया गया और तब से वो यह पद बखूबी संभाल रही हैं।
भारतीय शास्त्रीय संगीत को पसंद करती हैं निर्मला सीतारमण
बेहद ही 'डाउन टू अर्थ' रहने वाली निर्मला सीतारमण को किताबे पढ़ने का बेहद शौक है और उन्हें भारतीय शास्त्रीय संगीत में भी काफी दिलचस्पी है, परिवार का महत्व समझने वाली निर्मला सीतारमण अपने बिजी शेड्यूल से फैमिली के लिए वक्त निकाल ही लेती हैं, उनकी पहचान एक तकनीक प्रेमी के रूप में है।