Budget 2020 में ऐसा कुछ नहीं, जिससे अर्थव्यवस्था सुधरे: कांग्रेस
नई दिल्ली। कांग्रेस ने बजट 2020 को पूरी तरह से दिशाहीन और निराश करने वाला बताया है। कांग्रेस नेता पी चिदंबरम और रणदीप सुरजेवाला ने वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के बजट पेश करने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि बजट से साफ है कि ना तो सरकार वर्तमान स्थिति को को पहचान रही है और ना ही भविष्य के लिए उसके पास कोई प्लान है।
बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने कहा, इस बजट में नौकरी पैदा करने के लिए कुछ नहीं है। नौकरी पैदा करने वाले तीन सेक्टर माइनिंग, कंस्ट्रक्शन और मैन्युफैक्चरिंग हैं। इन तीनों सेक्टर के लिए इस बजट में कुछ भी नहीं है। बजट से साफ है सरकार बाजार अर्थव्यवस्था, प्रतिस्पर्धा या व्यापार बढ़ाने में विश्वास नहीं करती है। बजट में ऐसा कुछ भी नहीं है जो हमें विश्वास दिलाता है कि 2020-21 में विकास में गति आएगी। अगले साल 6 से 6.5 फीसदी की वृद्धि का दावा आश्चर्यजनक और गैर-जिम्मेदाराना है। नहीं लगता गरीबों और मध्यम वर्ग को कोई राहत मिलेगी। चिदंबरम ने कहा, वित्त मंत्री ने आर्थिक सर्वेक्षण में निहित प्रत्येक सुधार विचार को एकमुश्त खारिज कर दिया है। क्या लोगों ने इस तरह के बजट के लिए भाजपा को वोट दिया है।
बजट पर कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, मंदी और तालाबंदी इस सरकार की पहचान बन गई है। सरकार ने अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने रोजगार पैदा करने के लिए कुछ भी नहीं सोचा है। पिछली 6 तिमाहियों में विकास दर लगातार गिरकर 5 प्रतिशत से कम हो गई है। सरकार के बजट में आर्थिक चुनौतियों का सामना करने के लिए कोई विजन दिखना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं है। बजट में युवाओं के लिए तो बिल्कुल ही कुछ नहीं है।
बजट पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, भारत के सामने आज मुख्य मुद्दा बेरोजगारी और अर्थव्यवस्था की हालत है। इस पर कोई केंद्रित ठोस रणनीतिक योजना इस बजट में नहीं थी। इतिहास में सबसे लंबा बजट था लेकिन इसमें कुछ था नहीं, खोखला था।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण वित्त वर्ष 2020-21 का आम बजट आज (1 फरवरी)पेश किया है। करीब पौने तीन घंटे के अपने बजट भाषण में वित्तमंत्री ने कई बड़े ऐलान किए हैं। टैक्स को लेकर बजट भाषण में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, अब पांच लाख से साढ़े सात लाख तक कमाई वाले लोगों को 10 फीसदी टैक्स देना होगा, जो अब तक 20 फीसदी था। वहीं, 7.5 लाख से 10 लाख आमदनी पर अब 15 फीसदी टैक्स, 10 लाख से 12.5 लाख आमदनी पर अब 20 फीसदी टैक्स, 12.5 फीसदी से 15 लाख तक की आमदनी पर 25 फीसदी टैक्स देना होगा और 15 लाख से ऊपर आमदनी वाले को 30 फीसदी टैक्स देना होगा।
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