दुनिया के 10 सबसे अधिक जीडीपी वाले देशों का जानिए आयकर
नई दिल्ली। केंद्र सरकार अपना आखिरी पूर्णकालिक बजट पेश करने जा रही है, ऐसे में हर किसी को इस बात का इंतजार है कि क्या सरकार आयकर में छूट का तोहफा दे सकती है या फिर लोगों की अपेक्षाओं से इतर सरकार आयकर का बोझ बढ़ा सकती है। मौजूदा समय में भारत में आयकर सबसे कम है, 2.5 लाख रुपए से 5 लाख रुपए तक लोगों को सिर्फ पांच फीसदी ही टैक्स देना होता है, जबकि जो लोग एक करोड़ रुपए की स्लैब में आते हैं उन्हें 30 फीसदी का टैक्स देना होता है, जबकि 15 फीसदी एजूकेशन सेस सरचार्ज देना होता है। भारत में औसत टैक्स 2016 तक 31.53 फीसदी था, लेकिन इसके बाद यह बढ़कर अपने अबतक के सबसे शीर्ष 35.54 फीसदी पर पहुंच गया है, जबकि 2005 में यह सबसे कम 30 फीसदी था। भारत सहित कई देशों में आयकर वसूला जाता है, ऐसे में आईए डालते हैं दुनिया के 10 उन देशों के पर जहां जीडीपी सबसे अधिक है और लोगों से कितना टैक्स वसूला जाता है।
अमेरिका
अमेरिका में पर्सनल इंकम टैक्स रेट को टॉप मार्जिनल फेटर टैक्स रेट कहा जाता है जोकि 406751 यूएस डॉलर की आय के लोगों पर लागू किया जाता है। पर्सनल इंकम टैक्स रेट अमेरिका में 39.60 फीसदी है। ट्रेडिंग इकोनोमिक्स के अनुसार अमेरिका में पर्सनल इंकम टैक्स रेट 2016 तक 36.42 फीसदी था। सबसे अधिक 2013 में यह 39.60 फीसदी था, जबकि 2005 में यह सबसे कम 35 फीसदी था।
चीन
चीन में आयकर को 11 श्रेणियों में बांटा गया है, जिसमें रोजगार आयर, रॉयल्टी आय, रेंटल इंकम आय आदि भी है, हर श्रेणी का अलग कर है। यहां पर्सनल टैक्स रेट 45 फीसदी है, जोकि पेंशन, लेबर, ब्याज आदित पर लगाया जाता है। 2003 से 2016 तक 45 फीसदी था और अभी भी यह बरकरार है।
जापान
जापान के स्थायी निवासी दुनियाभर से होने वाली आय पर कर का भुगतान करते हैं, वहीं जो लोग जापान के स्थायी निवासी नहीं हैं उनपर जापान में होने वाली कुल आय पर कर देना होता है। जापान में 1950000 येन पर आयकर देना होता ह। यहां 55.95 फीसदी आयकर देना होता है, वर्ष 2016 में यह सबसे अधिक 55.95 फीसदी था, जबकि 2005 में सबसे कम 50 फीसदी था।
जर्मनी
यहां भी दुनियाभर में लोगों की जो कमाई होती है उसके आधार पर आयकर का भुगतान करना होता है। जर्मनी में 8820 यूरो से अधिक की कमाई करने वालों को कर देना होता है, यहां कृषि, व्यापार, रोजगार सहित अलग-अलग श्रेणियों में लोग कर का भुगतान करते हैं। जर्मनी में आयकर रेट 47.50 फीसदी है। यहां औसत क 1995-2016 तक 50.6 फीसदी था। सबसे अधिक आयकर 1996 में 57 फीसदी जबकि सबसे कम 2005 में 44.30 फीसदी था।
फ्रांस
फ्रांस में प्रोग्रेसिव टैक्स रेट है, यहां 0 से लेकर 45 फीसदी तक टैक्स का भुगतान करना होता है, साथ ही तीन फीसदी टैक्स अधिक उन लोगों को देना होता है जो लोग 250000 यूरो से अधिक की कमाई करते हैं। वहीं शादीशुदा लोगों को 500000 यूरो से अधिक की कमाई उन्हें चार फीसदी का अधिक सरचार्ज देना होता है। फ्रांस में व्यक्तिगत आयकर सबसे अधिक 1996 में 59.60 फीसदी था, जबकि सबसे कम 2006 में 45.40 था।
यूके
युनाइटेड किंगडम में यहां के निवासियों को दुनियाभर में होने वाली उनकी आय पर कर देना होता है। यहां बेसिक टैक्स रेट 20 फीसदी है जिसे 33500 जीबीपी पर लगाया जाता है, यहां अधिकतम आयकर 45 फीसदी तक होता है। यूके में 1995-2016 तक आयकर औसत 42.27 था, सबसे अधिक 2010 में 50 फीसदी जबकि 1996 में 40 फीसदी था।
ब्राजील
यहां भी लोगों से आयकर दुनियाभर में होने वाली कमाई के आधार पर वसूला जाता है, जबकि यहां के जो लोग निवासी नहीं हैं उनसे कर ब्राजील के भीतर होने वाली कमाई पर लिया जाता है। ब्राजील में 1903.99 बीएलआर से अधिक की कमाई पर आयकर देना होता है जोकि 0 से 27.5 फीसदी होता है। ब्राजील में 2003-2016 के बीच औसत कर 27.50 फीसदी है, सबसे अधिक कर 2004 में 27.50 फीसदी जबकि सबसे कम 2004 में 27.50 फीसदी ही है
इटली
यहां चार श्रेणी में कर लिया जाता है, इसमे स्थानीय म्युनिसिपल कर भी शामिल है। व्यक्तिगत आयकरक की तरह यहां 48.80 है, जबकि औसत आयकर 1995 से 2016 तक 46.84 फीसदी है। सबसे अधिक कर 1996 में 51फीसदी था ,जबकि सबसे आयकर 2005 में 44.10 फीसदी था।
कनाडा
यहां भी लोगों से कर दुनियाभर में होने वाली कमाई के आधार पर वसूला जाता है। यहां फेडरल टैक्स लोगों से 45916 कैनेडियन डॉलर की कमाई करने वालों से वसूला जाता है। यहां व्यक्तिगत आयकर 33 फीसदी है। औसत आयकर 2003 से 2016 के बीच 29.29 फीसदी था, जबकि सबसे अधिक कर 2016 में 33 फीसदी व सबसे कम 2004 में 29 फीसदी था।
कोरिया
कोरिया
में
लोगों
की
देश
और
दुनियाभर
के
देशों
से
होने
वाली
कमाई
के
अधार
पर
कर
वसूला
जाता
है।
यहां
6
से
40
फीसदी
तक
कर
वसूला
जाता
है।
दक्षिण
कोरिया
में
व्यक्तिगत
आयकर
38
फीसदी
है,
,जोकिक
2012
में
सबसे
अधिक
28
फीसदी
था
और
सबसे
सकम
2005
में
35
फीसदी
था।