बजट के विरोध में उतरा RSS का सहयोगी संगठन, आज देशभर में विरोध-प्रदर्शन
आरएसएस से जुड़े संगठन भारतीय मजदूर संघ ने आम बजट को निराश करने वाला बजट बताते हुए शुक्रवार यानी आज देशव्यापी विरोध-प्रदर्शन का ऐलान किया है।
नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली के बजट को जहां खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 'सबका साथ-सबका विकास' वाला बजट बता रहे हैं, वहीं विपक्ष इसे मध्यम वर्ग के ऊपर 'मार' बता रहा है। विपक्ष के अलावा अब मोदी सरकार के आखिरी बजट के विरोध में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़ा संगठन भी उतर आया है। आरएसएस से जुड़े संगठन भारतीय मजदूर संघ ने आम बजट को निराश करने वाला बजट बताते हुए शुक्रवार यानी आज देशव्यापी विरोध-प्रदर्शन का ऐलान किया है।
'निराश करने वाला बजट'
गुरुवार को देश का आम बजट आने के बाद भारतीय मजदूर संघ ने कहा कि इस बजट ने उन्हें बेहद निराश किया है। मजदूर संघ के मुताबिक इस बजट में मजदूर वर्ग के लिए कोई घोषणा नहीं की गई है। इसके अलावा इनकम टैक्स स्लैब में कोई छूट नहीं देकर सरकार ने नौकरीपेशा लोगों की भी अनदेखी की है। इसके खिलाफ भारतीय मजदूर संघ देशभर में विरोध प्रदर्शन करेगा।
'वेतनभोगियों को कोई राहत नहीं'
भारतीय मजदूर संघ के अध्यक्ष सजी नारायणन ने कहा कि केंद्र सरकार के बजट में यूं तो किसानों और इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए कई घोषणाएं की गई है, लेकिन मजदूरों के बारे में कोई घोषणा नहीं की गई जिससे उन्हें निराशा मिली है। इस बजट को मजदूरों के लिए बेहतर नहीं कहा जा सकता। सरकार ने आंगनवाडी कार्यकर्ताओं के लिए भी कोई राहत नहीं दी। इसके अलावा वेतनभोगियों के लिए कोई राहत बजट दिखाई नहीं देती।
बढ़ेगा इनकम टैक्स
गौरतलब है कि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने देश का बजट पेश करते हुए इस बार इनकम टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया है। सरकार ने एक बार फिर से स्टैंडर्ड डिडक्शन की शुरूआत की है। 40 हजार रुपये तक स्टैंडर्ड डिडक्शन मिलेगा यानी इनकम पर 40 हजार कम कर टैक्स लगेगा। हालांकि सेस बढ़ने से इनकम टैक्स बढ़ेगा।