भीमा कोरेगांव: 'गिरफ्तार मिलिंद एकबोटे को बचाने की कोशिश कर रही महाराष्ट्र सरकार', CBI जांंच की मांग
ठाणे। महाराष्ट्र में भीमा कोरेगांव मामले में गिरफ्तार किए गए मिलिंद एकबोटे से येरवडा जेल में एक अज्ञात व्यक्ति गुप्त रूप से मिलने आया था, ऐसा आरोप लगाते हुए इस बारे में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल और मुख्यमंत्री सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के पास शिकायत की गई है। यह शिकायत ठाणे सेंट्रल जेल के अधीक्षक हीरालाल जाधव ने की है। हीरालाल जाधव की शिकायत के बाद संभाजी ब्रिगेड ने यह आरोप लगाया कि सरकार एकबोटे को बचाने का प्रयास कर रही है और इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा एकबोटे की जमानत खारिज करने के बाद पुणे ग्रामीण पुलिस ने 14 मार्च को एकबोटे को गिरफ्तार किया था। उसके बाद उनकी रवानगी येरवडा सेंट्रल जेल में की गई थी। इस दरम्यान 24 मार्च और 25 मार्च को जेल के उपमहानिरिक्षक स्वाती साठे ने नियमों को ताक पर रखकर बिना किसी का नाम रजिस्ट्रर करके एक व्यक्ति की एकबोटे से मुलाकात करायी थी। साठे ने अपने अधिकार का गलत उपयोग किया है, ऐसा जाधव ने अपनी शिकायत में कहा है। जेल में जाते समय रजिस्टर में नाम दर्ज कराना होता है, लेकिन ऐसा कोई नाम दर्ज नहीं किया गया। येरवडा जेल के सीसीटीवी फुटेज को जब्त करके सील करने की मांग पत्र में की गई है।
घटना के दिन पुणे के येरवडा जेल के अधीक्षक यु.टी.पवार छुट्टी पर थे, इसलिए उनकी अनुपस्थिति में भी जाधव ने शंका उपस्थित की है। साठे ने उस दिन गाड़ी गेट से सीधे अंदर लायी थी, उनके साथ एक व्यक्ति था. यह व्यक्ति कौन है? और क्या साठे हमेशा इस तरह गाड़ी गेट के अंदर लाती हैं ? सीसीटीवी बंद है, इसकी लिखित रिपोर्ट दी गई है क्या ? फोन द्वारा किस नंबर पर इस बात की जानकारी दी गई है? इन सब बातों की जांच की मांग जाधव ने की है।
अतिरिक्त महासंचालक तथा महानिरिक्षक कारागृह ने बताया कि जाधव की शिकायत अब तक हमारे पास नहीं आयी है, शिकायत आने के बाद इसकी जांच की जाएगी। मुझ तक अबतक जाधक का शिकायत आवेदन नहीं आया है, आवेदन आने के बाद ही शिकायत पत्र की प्रतिक्रिया दी जाएगी, ऐसा कारागृह उपमहा निरीक्षक साठे ने कहा।
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