चुनाव से पहले हरियाणा से बेरोजगारी को लेकर बुरी खबर, कर्नाटक के लिए राहत
नई दिल्ली: कर्नाटक जिसे देश का टेक्नॉलोजी हब माना जाना है, देश भर में बढ़ती बेरोजगारी के बीच एक उम्मीद की किरण के तौर पर उभरा है। कर्नाटक में देश में सबसे कम बेरोजगारी दर देखी गई है। यहां बेरोजगारी में 0.7 फीसदी की गिरावट आई है। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी ने अगस्त के महीने के आंकड़े जारी किए गए हैं। कर्नाटक देश के उन बडे़ राज्यों में से एक है, जहां पिछसे कुछ महीनों में बेरोजगारी दर में गिरावट देखी गई है।
राज्य में मौजूदा बेरोजगारी दर जनवरी 2017 की अपेक्षा केवल पांचव हिस्सा है। जब ये 6.7 फीसदी पहुंच गई थी। विशेषज्ञ सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) उद्योग की बढ़ती मांगों को इसका श्रेय दे रहे हैं। कर्नाटक की राजधानी में बेंगलुरु में पिछले वित्त वर्ष में आईटी सेक्टर में अभूतपूर्व बढोतरी हुई है। अकेले बेंगलुरु में आईटी क्षेत्र की वजह से 10 लाख लोगों
को रोजगार मिला है। कर्नाटक के स्टार्टअप का इसमें बड़ा योगदान है। गोवा में भी बेरोजगारी दर में गिरावट देखी गई है। फरवरी 2017 में 12.4 फीसदी की अपक्षा अगस्त में राज्य में बेरोजगारी दर में 3.7 फीसदी की गिरावट देखी गई है। अन्य राज्यों में कम बेरोजगारी वाले राज्य मेघालय, सिक्किम और तेलंगाना है।
ऑटोमोबाइल सेक्टर में मंदी की वजह से हरियाणा में बेरोजगारी दर उच्चतम है। राज्य में अगस्त के महीने में 28.7 फीसदी की बेरोजगारी दर रही, जो अस्वाभिक है। राज्य में पिछले दो सालों में बेरोजगारी दर 16 गुना बढ़ गई है। अगस्त 2017 में 1.8 फीसदी थी। हरियाणा लंबे समय से भारत का ऑटोमोबाइल हब रहा है. जिसमें मारुति सुजुकी और हीरो मोटोकॉर्प की भारी उपस्थिति है। उच्च बेरोजगारी के स्तर वाले अन्य राज्यों में त्रिपुरा 27.9 फीसदी, जम्मू और कश्मीर 22.4 फीसदी और हिमाचल प्रदेश 19.2 फीसदी हैं।