बेरोजगारी ने तोड़ा रिकॉर्ड, ढाई साल में 5.9 से 7.2 प्रतिशत पर पहुंचा आंकड़ा
नई दिल्ली। भारत की बड़ी समस्याओं में से एक बेरोजगारी के आंकड़े एक बार फिर बिगड़े हैं। दरअसल फरवरी 2019 में बेरोजगारी दर बढ़कर 7.2 प्रतिशत हो गई है। भारतीय अर्थव्यवस्था निगरानी केंद्र (CMIE) के अनुसार ये आंकड़े सामने आए हैं जबकि साल 2016 में बेरोजगारी की दर 5.9 प्रतिशत थी। मुंबई के एक थिंक टैंक के प्रमुख महेश व्यास ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स से बातचीत में कहा कि रोजगार चाहने वालों की संख्या में गिरावट के बावजूद बेरोजगारी की दर बढ़ी ही है। इसको लेकर उन्होंने लेबर फोर्स भागीदारी की दर में अनुमानित गिरावट का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि फरवरी 2019 में 4 करोड़ लोगों के पास रोजगार होने का अनुमान है जबकि साल भर पहले ये आंकड़ा 4.06 करोड़ था।
बता दें कि देश की भारतीय अर्थव्यवस्था निगरानी केंद्र (CMIE) के आंकड़े देश के लाखों घरों में हुए सर्वे पर आधारित हैं। CMIE के आंकड़ों को सरकार द्वारा जारी आंकड़ों से अधिक भरोसेमंद माना जाता है। गौरतलब है कि इस साल लोकसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में बेरोजगारी दर में वृद्धी पीएम नरेंद्र मोदी के लिए चिंता का विषय है। ऐसाइसलिए क्योंकि चुनाव के समय में रोजगार का मुद्दा विपक्ष द्वारा जोरों से उठाया जाता रहा है।
बता दें कि ये आंकड़े दिसंबर में जारी होने से रोके गए थे जिन्हें अब एक समाचार पत्र ने कुछ सप्ताह पहले प्रकाशित किया था। दिसंबर में ये बात सामने आई थी कि नई दिल्ली। भारत की बड़ी समस्याओं में से एक बेरोजगारी के आंकड़े एक बार फिर बिगड़े हैं। दरअसल फरवरी 2019 में बेरोजगारी दर बढ़कर 7.2 प्रतिशत हो गई है। भारतीय अर्थव्यवस्था निगरानी केंद्र (CMIE) के अनुसार ये आंकड़े सामने आए हैं जबकि साल 2016 में बेरोजगारी की दर 5.9 प्रतिशत थी।
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