इस सरकारी योजना के तहत कुल 2000 लाभार्थियों को मिल चुका है Covid-19 का निः शुल्क उपचार
नई दिल्ली। पिछले डेढ़ महीने से जब से आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई) के तहत नि:शुल्क उपचार शुरू किया गया है तब से अब तक कम से कम 2,000 कोरोनावायरस संक्रमित मरीजों का इलाज हो चुका है अथवा वर्तमान में उनका अभी भी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
गौरतलब है सितंबर 2018 में शुरू होने के बाद से दुनिया की सबसे बड़ी सार्वजनिक स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत लाभार्थियों की संख्या 1 करोड़ तक पहुंच गई है। यही नहीं, इस योजना के तहत कम से कम 3,000 व्यक्तियों का कैशलेस Covid19 टेस्ट भी किया गया है।
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योजनाओं की कार्यान्वयन की जिम्मा संभालने वाली राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) ने गत बुधवार को ऐलान किया था कि Covid-19 रोगियों की बढ़ती संख्या को कवर करने के लिए पिछले महीने में इस योजना के तहत लगभग 1,500 अतिरिक्त अस्पतालों को सूचीबद्ध किया है।
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एनएचए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी इंदु भूषण ने कहा, हम चाहते हैं कि मामलों में वृद्धि होने की स्थिति में हम तैयार रहें। अब तक सार्वजनिक क्षेत्र बहुत अधिक भार का ध्यान रख रहा है, लेकिन यदि इसमें कोई असामान्य वृद्धि हुई है, तो हमें निजी क्षेत्र के अस्पतालों में भी चिप लगाने की आवश्यकता होगी।
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बकौल एनएचए सीईओ, हम वर्तमान में सूची में और अधिक अस्पतालों को जोड़ने के अभियान पर हैं। हमने अलग-अलग Covid-19 उपचार पैकेज बनाए हैं, क्योंकि इन रोगियों के उपचार के लिए अलगाव, पीपीई किट, अतिरिक्त जनशक्ति आदि की आवश्यकता होती है।
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उन्होंने बताया कि प्राधिकरण Covid -19 परीक्षण के लिए भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद द्वारा अनुमोदित निजी प्रयोगशालाओं को भी जोड़ने की प्रक्रिया में है। उनके पैकेजों का उपयोग श्वसन संबंधी बीमारियों, गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण, इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी से संबंधित लक्षणों के साथ पहले से ही मौजूद श्रेणी से किया जा रहा है। वर्तमान में भारत में 61,149 सक्रिय Covid-19 मामले हैं।
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राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) के बयान के मुताबिक केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने Covid-19 के प्रकोप का जवाब देते हुए अपने सभी 53 करोड़ लाभार्थियों के लिए AB PMJAY योजना के तहत Covid-19 का परीक्षण और उपचार नि: शुल्क कर दिया है। उनमें से 2,132 लोगों ने उपचार का लाभ उठाया है अथवा एबी पीएमजेएवाई के तहत Covid -19 का इलाज करवा रहे हैं।
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बुजुर्गों और उच्च-जोखिम श्रेणी के लाभार्थियों की जांच की योजना
एनएचए की टीम बुजुर्गों (60 वर्ष से अधिक आयु) और अन्य उच्च-जोखिम श्रेणी के लाभार्थियों (जो हाल ही में उपचार प्राप्त की हैं) की जांच के लिए योजना बना रही हैं, जिनमें उपचार के बाद भी Covid-19 लक्षण वापस प्रकट हुए हैं। जांच कॉल सेंटर के माध्यम से किया जा सकता है, जिसके लिए लगभग 700 समर्पित ऑपरेटरों को लगाया गया है। कॉल सेंटर के माध्यम से योजना लाभार्थियों को 3 करोड़ के करीब कॉल किए जा चुके हैं।
आयुष्मान योजना के तहत 21,565 अस्पतालों को सूचीबद्ध किया गया है
एनएचए ने आयुष्मान योजना के तहत 21,565 अस्पतालों को सूचीबद्ध किया है, जिनमें से 1 अप्रैल से देश भर में 1,385 अस्पतालों को सूचीबद्ध किया गया है। कुल 1,310 अस्पताल नियमित रूप से इनपैनलमेंट रूट के जरिए और शेष 75 एक्सप्रेस एक्सप्रेस-वे के तहत हैं। बोर्ड के कुल अस्पतालों में से लगभग 58 फीसदी निजी अस्पताल हैं।
गैर-Covid -19 गंभीर रोगों के लिए शुरू हुआ एक्सप्रेस एम्पैनेलिक तंत्र
Covid-19 उपचार प्रदान करने वाले अस्पतालों की संख्या बढ़ाने के लिए और गैर-Covid -19 गंभीर बीमारियों के लिए हेमोडायलिसिस, हृदय प्रक्रियाओं और कीमोथेरेपी जैसे निरंतर उपचार को सुनिश्चित करने के लिए, एनएचए ने एक एक्सप्रेस एम्पैनेलिक तंत्र शुरू किया है।
लाभार्थियों की प्रतिक्रिया के आधार पर होगी सूचीबद्ध अस्पतालों को रैंकिंग
एनएचए ने लाभार्थियों की प्रतिक्रिया के आधार पर सूचीबद्ध अस्पतालों को रैंक करने के लिए एक अस्पताल रैंकिंग डैशबोर्ड भी शुरू किया है। एनएचए के बयान में कहा गया है कि रैंकिंग स्वास्थ्य सेवा की गुणवत्ता के उपायों और संकेतकों को बढ़ाने में मदद करेगी।