दुर्घटना के बाद सिर से चिपका रह गया 50 हजार का हेलमेट, बाइकर की दर्दनाक मौत
जयपुर। राजस्थान के जयपुर में सड़क दुर्घटना के बाद सिर से चिपका युवक का हेलमेट उसकी मौत की वजह बन गया। एक्सीडेंट शहर के वर्ल्डट्रेड पार्क पर बुधवार रात को हुआ। देर रात सड़क हादसे में जगुआर लैंड रोवर के सेल्स मैनेजर रोहित सिंह शेखावत की मौत हो गई। इस हादसे में सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि हेलमेट कोई लोकल या सस्ता नहीं बल्कि 50 हजार रुपए का था। साथ ही महंगे दस्ताने और जैकेट भी बाइक पर सुरक्षा के लिहाज से ली गई थी। इसके बावजूद दुर्घटना के बाद 22 लाख की बाइक निंजा जेडएक्स 10 आर पर सवार रोहित का 50 हजार रुपए का हेलमेट नहीं खुला और लगातार खून बहने से उसकी मौत हो गई।
सड़क पार कर रहे युवकों से भिड़ी बाइक
रोहित सिंह शेखावत शहर के जगुआर लैंड रोवर के शोरूम में सेल्स मैनेजर थे। बुधवार देर शाम रोहित शोरूम पर काम पूरा कर राजा पार्क गए और फिर वहां से न्यू लाइट कॉलोनी स्थित अपने घर के लिए रवाना हुए। जब वह जेएलएन मार्ग पर एसएल कट से डब्ल्यूटीपी के सामने पहुंचे तो दो युवक सड़क पार कर रहे थे। रोहित बाइक की स्पीड और युवकों से दूरी को समझ नहीं और बाइक तेज गति से युवकों से जा भिड़े। हादसे में रोहित बाइक के साथ घिसटते हुए दूर जा गिरे। हादसे में सड़क पार कर रहे युवक भी गंभीर रूप से घायल हो गए।
हेलमेट पहने हुए ही अस्पताल ले गए लोग
हादसे के आवाज सुन वहां आसपास के लोग पहुंचे तो देखा कि रोहित के नाक और सिर से खून आ रहा है। खून निकलता देख लोगों ने हेलमेट हटाना चाहा लेकिन हेलमेट सिर से नहीं उतरा। स्थानीय लोग रोहित को हेलमेट पहने हुए ही जयपुरिया अस्पताल लेकर गए। अस्पताल में डॉक्टरों ने हेलमेट के रिबन को काटकर किसी तरह से हेलमेट सिर से निकला लेकिन तब तक खून बहुत ज्यादा बह चुका था, जिस वजह से रोहित को बचाया नहीं जा सका। डॉक्टरों ने बताया कि रोहित की मौत ब्रेन हैमरेज की वजह से हुई है।
तीन साल पहले हुई थी शादी
रोहित लैंड रोवर कंपनी में सेल्स मैनेजर था। वह अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। तीन साल पहले उसकी शादी हुई थी, उसका एक डेढ़ साल का बेटा है। मृतक के पिता को पैरालाइसिस अटैक आ चुका है, जिस वजह से वो बिस्तर पर हैं। रोहित की मौत के बाद घर में कोहराम मचा है। पुलिस ने मामले की शुरुआती जांच में कहा है कि बाइक की रफ्तार बहुत तेज थी, जिस वजह से वो कंट्रोल में नहीं रही और दूर तक घिसटते हुए गई।
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