कांग्रेस के संकट पर उमा भारती ने कसा तंज, कहा- नवाबी चली गई लेकिन रिक्शे तांगे चल रहे
नई दिल्ली। कांग्रेस में नेतृत्व को लेकर जबरदस्त घमासान छिड़ा हुआ है। पार्टी के 23 नेताओं की तरफ से कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखी गई चिट्ठी के बाद सोमवार को बुलाई गई कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में भी हंगामा देखने को मिला। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि भाजपा के इशारे पर यह चिट्ठी लिखी गई है, जिसपर गुलाम नबी आजाद ने नाराजगी जाहिर करते अपने इस्तीफे की पेशकश कर दी। हालांकि बाद में पार्टी की तरफ से बयान दिया गया कि राहुल ने ऐसा कुछ नहीं कहा है। इस बीच भाजपा की दिग्गज नेता उमा भारती ने भी गांधी-नेहरू परिवार को निशाने पर लिया है।

'गांधी नेहरू परिवार का अस्तित्व समाप्त'
कांग्रेस में नेतृत्व के संकट पर उमा भारती ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'गांधी नेहरू परिवार का अस्तित्व समाप्त हो चुका है, उनका राजनीतिक वर्चस्व समाप्त हो गया है, कांग्रेस का अस्तित्व समाप्त हो गया है, इसलिए अब ये कौन से पद पर रहते हैं या नहीं रहते, इसका महत्व खत्म हो गया है। आपको पता है कि लखनऊ में रिक्शे-तांगे वाले भी अपने आप को नवाब वाजिद अली शाह के खानदान का बताते हैं तो ये भी लखनऊ के नवाब वाजिद अली शाह के पड़पोते हैं सब। इनकी नवाबी चली गई और रिक्शे तांगे चल रहे हैं।'

'विदेशी गांधी से मुक्ति पाओ और स्वदेशी की और मुड़ो'
उमा भारती ने कहा, 'कांग्रेस को अब गांधी की तरफ वापस लौटना चाहिए। कांग्रेस का कोई पुराना व्यक्ति, जो गांधीवादी सोच का रहा है, वो कांग्रेस का नेतृत्व करे। और, कांग्रेस अब असली गांधी की तरफ वापस लौटे, स्वदेशी गांधी की ओर, जिसमें विदेशी का कोई एलीमेंट ना रहे। मैं भारत की नागरिक होने के नाते कांग्रेस के सामने सुझाव रखूंगी कि विदेशी गांधी से मुक्ति पाओ और स्वदेशी गांधी की और मुड़ो। बाकी नेहरू गांधी खानदान का अस्तित्व अब समाप्त हो गया है।'

'राहुल गांधी ने नहीं दिया ऐसा कोई बयान'
आपको बता दें कि कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक को लेकर सूत्रों के हवाले से खबर आई कि राहुल गांधी ने कहा है कि पार्टी के नेताओं ने भाजपा के इशारे पर यह चिट्ठी लिखी है। इस खबर के बाद जहां कपिल सिब्बल ने ट्वीट कर अपना नाराजगी जाहिर की, वहीं गुलाम नबी आजाद ने भी कहा कि अगर भाजपा से उनकी मिलीभगत साबित हो तो वो इस्तीफा दे देंगे। हालांकि बाद में कपिल सिब्बल ने कहा कि राहुल ने उन्हें पर्सनली फोन कर कहा है कि उन्होंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया। इसके बाद सिब्बल ने अपना ट्वीट हटा लिया। वहीं, गुलाम नबी आजाद ने भी बाद में कहा कि राहुल गांधी ने ऐसा बयान नहीं दिया है।
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