जमानत मिलने के बाद गोरखपुर जेल से बाहर आई यूक्रेन मॉडल डारिया, देखने को लगी लोगों की लाइन
नई दिल्ली। हनीट्रैप और दो पासपोर्ट रखने के मामले में कोर्ट से जमानत मिलने के बाद यूक्रेन की मॉडल डारिया मोलचन शुक्रवार को जेल से बाहर आ गईं। जेल के बाहर इस मॉडल को देखने के लिए लोगों की लाइन लग गई, कई लोग उसकी मोबाइल से तस्वीर खींचने की कोशिश करते रहे। 21 साल की यूक्रेन की मॉडल डारिया को तीन अप्रैल को हनीट्रैप के मामले में एसटीएफ ने गोरखपुर के एक होटल से गिरफ़्तार किया गया था। डारिया के पास से पुलिस को दो पासपोर्ट और कुछ और फर्जी कागजात मिले थे।
मिले थे दो पासपोर्ट
डारिया मोलचन के पास से दो पासपोर्ट, मरिना अमन मेहता के नाम से बना फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस, दो मोबाइल व टैबलेट मिला था। मारिया के मोबाइल से दिल्ली के एक शीर्ष पुलिस अधिकारी की आपत्तिजनक तस्वीर मिली थी। पुलिस ने डारिया मोलचन के खिलाफ फर्जी दस्तावेज रखने, जालसाजी करने और विदेश अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया था।
जमानती मिलने में हुई दिक्कत
20 दिन पहले ही मारिया को कोर्ट से सशर्त जमानत मिल गई थी। हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद दो बार जमानतियों के पीछे हट जाने के कारण डारिया जेल के बाहर नहीं आ सकी थीं। गुरुवार को सीजेएम के सामने कोलकाता से आए रवि भालोटिया और कुमार बिहान ने कोर्ट में अर्जी देकर मॉडल की जमानत ली।
2016 में जबरन भेजा गया था यूक्रेन
अधिकारियों का कहना है कि गोरखपुर पुलिस डारिया को यूक्रेन एम्बेसी के हवाले किया जाएगा। डारिया मोलचन हनी 2016 और 2017 में भी दिल्ली आई थीं। डारिया कुछ मॉडलिंग एजेसिंयो के लिए दिल्ली में रह कर मॉडलिंग भी कर चुकी हैं। डारिया जब 2016 में दिल्ली आईं थी तभी से खुफिया एजेंसियों को शक है कि डारिया मोलचन हनी ट्रैप हो सकती है। इसी शक में उसे तब यूक्रेन वापस भेज दिया गया था।
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