भारत नहीं लाया जा सकेगा दाउद का सहयोगी टाइगर हनीफ, ब्रिटेन ने खारिज किया प्रत्यर्पण का अनुरोध
नई दिल्ली। ब्रिटिश सरकार ने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के सहयोगी टाइगर हनीफ को भारत सौंपने से इनकार कर दिया है। भारत सरकार ने ब्रिटेन से टाइगर के प्रत्यर्पण के लिए अनुरोध किया था। भारत ने हनीफ पर गुजरात में बम विस्फोटों में शामिल होने का हवाला देते हुए उसके प्रत्यर्पण की मांग की थी। ब्रिटेन के गृह विभाग ने जानकारी दी है कि भारत सरकार की मांग को खारिज कर दिया गया है।
टाइगर पर आरोप है कि वो डॉन दाउद इब्राहिम के साथ गैर कानूनी काम करता था और गुजरात के सूरत शहर में 1993 में हुए दो बम विस्फोटों में उसकी भूमिका था। हनीफ को स्कॉटलैंड यार्ड ने प्रत्यर्पण वारंट के आधार पर फरवरी 2010 में गिरफ्तार किया था। हनीफ के प्रत्यर्पण का पहला आदेश जून 2012 में तत्कालीन गृह मंत्री टेरेसा मे ने दिया था। भारतीय अधिकारियों ने उसका प्रत्यर्पण वारंट भी हासिल किया था।
टाइगर ने इसे कोर्ट में चुनौती दी थी। अप्रैल 2013 में ब्रिटेन की हाईकोर्ट ने उसकी अपील खारिज कर दी थी। इसके बाद उसके मामले को ब्रिटेन के गृह सचिव के पास भेज दिया गया था। कई साल तक यह मामला चलने के बाद ब्रिटेन के गृह सचिव साजिद जावेद ने उसे भारत प्रत्यर्पित करने से इनकार कर दिया।
हनीफ ने ब्रिटेन की अदालत में बार-बार यह कहा है कि भारत भेजे जाने पर वहां उसे प्रताड़ित किया जाएगा। आखिरकार ब्रिटेन के गृह विभाग ने पिछले साल उसके भारत प्रत्यर्पण के अनुरोध को खारिज कर दिया। ब्रिटेन के गृह विभाग ने रविवार को कहा, हम पुष्टि कर सकते हैं कि हनीफ के प्रत्यर्पण का अनुरोध तत्कालीन गृह मंत्री ने खारिज कर दिया था और अदालत ने उसे अगस्त 2019 में आरोप मुक्त कर दिया। हालांकि भारत फिर से प्रत्यर्पण का अनुरोध कर सकता है।
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