ब्रिटेन की मशहूर W&B कंपनी उत्तर प्रदेश के संडीला में बनाएगी पिस्टल, जानिए कितनी होगी कीमत
लखनऊ। यूनाइटेड किंगडम (यूके) की हथियार बनाने वाली मशहूर कंपनी वेबले एंड स्कॉट (W&B) नवंबर माह से उत्तर प्रदेश में उत्पादन शुरू करने को तैयार हो चुकी है। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक राजधानी लखनऊ से करीब 30 किलोमीटर दूर संडीला में कंपनी का प्लांट है। यहां पर ही कंपनी मैन्यूफैक्चरिंग के लिए तैयार हो चुकी है। आपको बता दें कि वेबले एंड स्कॉट की पिस्टल काफी लोकप्रिय हैं और कई लोग तो स्टेट्स सिंबल के तौर पर इसे खरीदेते हैं। कंपनी एयर राइफल भी तैयार करती है। संडीला, हरदोई जिले में आता है और अभी तक अपने लड्डुओं के लिए मशहूर है। हो सकता है जल्द ही वेबले स्कॉट की पिस्तौल के लिए दुनियाभर में प्रसिद्धि पा जाए।
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पहली बार विदेशी कंपनी बनाएगी हथियार
भारत खासतौर पर उत्तर प्रदेश के लिए यह खबर काफी महत्वूपूर्ण है। यहह पहला मौका है जब कोई विदेशी कंपनी देश में हथियारों का उत्पादन शुरू करने वाली है। वेबले एंड स्कॉट ने इसके लिए लखनऊ स्थित सियाल मैन्यूफैक्चर्स प्राइवेट लिमिटेड के साथ हाथ मिलाया है। दोनों के ज्वॉइन्ट वेंचर के तहत इस माह नवंबर से उत्पादन की शुरुआत में होगी। ज्वॉइन्ट वेंचर के तहत मार्क IV .32 पिस्टल जो सन् 1899 की है उसकी नई यूनिट पहले चरण में तैयार होगी। इसके बाद दूसरे हथियारों, पिस्टल, एयरगन और शॉटगन भी तैयार होंगी। साल 2019 में भारत में हथियारों के उत्पादन के लिए ज्वॉइन्ट वेंचर को लाइसेंस मिला था। इसके बाद इंग्लैंड से एक्सपर्ट्स की एक टीम ने भारत का दौरा किया। उन्होंने तय किया कि संडीला में इसका प्लांट लगाया जाएगा।
एक पिस्तौल की कीमत 1.6 लाख
सियाल मैन्यूफैक्चर्स के जोगिंदर पाल सियाल कहते हैं कि राज्य सरकार की मदद और केंद्र की मेक इन इंडिया नीति ने इस प्रोजेक्ट को अमली जामा पहनाने में बहुत मदद की। सियाल मैन्युफैक्चर्स, वेबले एंड स्कॉट के उत्पादों के लिए ऑल इंडिया डिस्ट्रीब्यूटर्स हैं। जोगिंदर पाल सिंह ने बताया कि .32 रिवॉल्वर की कीमत कररीब 1.6 लाख होगी। उनकी मानें तो कंपनी ऑर्डिनेंस फैक्ट्रियों की तरफ से तैयार होने वाले हथियारों को कड़ी टक्कर देगी। लोगों को अब उनके दरवाजे पर ही वर्ल्ड क्लास हथियार मिल सकेंगे। सरकार की तरफ से बताया गया है कि वेबले एंड स्कॉट के सह-मालिक जॉन ब्राइट ने कहा है कि संडीला स्थित प्लांट में पिस्टल, एयरगन और दूसरे हथियारों का भी निर्माण होगा।
सन् 1790 में शुरू हुई थी कंपनी
जॉन ब्राइट की तरफ से जारी बयान में कहा गया है, 'हमने भारत में निवेश करने का फैसला किया था। उत्तर प्रदेश का बाजार बड़ा है और इस बात को ध्यान में रखते हुए ही हमने इसे चुना। सियाल फैमिली के साथ मिलकर व्यवसाय को बढ़ाने का आइडिया साल 2018 में आया था और फिर हमने इस पर काम किया।' जॉन ब्राइट ने ही बताया कि उन्हें सरकार की तरफ से साल 2019 में लाइसेंस मिल सका था। वेबले एंड स्कॉट हथियारों की इंडस्ट्री में सबसे पुराना नाम है। इस कंपनी के नाम पर 200 साल का इतिहास दर्ज है। इस कंपनी की शुरुआत सन् 1790 में विलियम डेविस ने बर्मिंघम में की थी।
मिलिट्री और पुलिस के लिए भी हथियार
विलियम शुरुआत में पिस्टल में डालने वाली बुलेट का खोखा तैयार करते थे। सन् 1834 में विलियम के दामाद फिलिप वेबले ने कंपनी का अधिग्रहण कर लिया और फिर उनके भाई जेम्स ने स्पोर्ट्स गन का निर्माण करना शुरू किया था। उनके दोनों बेटे थॉमस और हेनरी भी सन् 1860 में परिवार के इस बिजनेस से जुड़ गए। वेबले के नाम पर कई वर्षों तक कई प्रकार की पिस्टल का निर्माण करने का रिकॉर्ड है। वेबले बाद में पुलिस और मिलिट्री के लिए हथियारों के क्षेत्र में भी उतर गई थी।