Dr Manmohan Singh को ब्रिटेन में सम्मान, 'आर्थिक' और 'राजनीतिक जगत' में योगदान
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह को ब्रिटेन में लाइफ टाइम अचीवमेंट सम्मान दिया गया है। बता दें कि आर्थिक जगत में उनके योगदान को अभूतपूर्व माना जाता है।
Dr Manmohan Singh को यूनाइटेड किंगडम में लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और वेटरन इकोनॉमिस्ट मनमोहन सिंह को इकोनॉमिक्स और राजनीतिक जगत में योगदान करने के लिए सम्मानित किया गया है। बता दें कि मनमोहन सिंह संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) की सरकार में 2004 से 2014 तक प्रधानमंत्री रहे थे।
कैसा है भारत और ब्रिटेन का रिश्ता
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को ब्रिटेन में लाइफटाइम अचीवमेंट सम्मान दिए जाने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री ने लिखित संदेश भेजा। डॉ सिंह ने कहा, भारत-यूके संबंध वास्तव में विशेष रूप से हमारी शैक्षिक साझेदारी से परिभाषित होते हैं।
Recommended Video
NISAU भारत में सौंपेगा अवॉर्ड
पूर्व प्रधानमंत्री को आर्थिक और राजनीतिक जीवन में योगदान के लिए लंदन में इंडिया-यूके अचीवर्स ऑनर्स ने लाइफटाइम अचीवमेंट सम्मान से हाल ही में नवाजा। पिछले सप्ताह एक पुरस्कार समारोह में सम्मान की घोषणा हुई। बाद की तारीख में राष्ट्रीय भारतीय छात्र और पूर्व छात्र संघ (NISAU) यूके डॉ सिंह को ये अवॉर्ड नई दिल्ली में सौंपेगा।
लाइफ टाइम अचीवमेंट के मायने क्या हैं ?
भारत में ब्रिटिश काउंसिल और यूके के अंतरराष्ट्रीय व्यापार विभाग (DET) के साथ साझेदारी में NISAU यूके इंडिया-यूके एचीवर्स ऑनर्स, ब्रिटिश विश्वविद्यालयों में अध्ययन करने वाले भारतीय छात्रों की उपलब्धियों का जश्न मनाते हैं। डॉ मनमोहन सिंह को लाइफटाइम अचीवमेंट ऑनर ऑक्सफोर्ड और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालयों में उनकी अकादमिक उपलब्धियों के प्रमाण हैं।
अचीवमेंट पर 90 साल के इकोनॉमिस्ट क्या बोले ?
सम्मान की घोषणा के बाद डॉ सिंह ने एक लिखित संदेश में कहा, "मैं इस जेस्चर से बहुत प्रभावित हूं। ये विशेष रूप से युवाओं की तरफ से है।" उन्होंने युवाओं को देश और हमारे दोनों देशों के बीच संबंधों का भविष्य करार दिया। 90 वर्षीय अर्थशास्त्री डॉ मनमोहन सिंह ने कहा, "भारत-यूके संबंध वास्तव में हमारी शैक्षिक साझेदारी से परिभाषित किए गए हैं।" उन्होंने कहा, हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू, डॉ. बी.आर. अंबेडकर, सरदार पटेल और कई अन्य लोगों ने यूके में अध्ययन किया। आगे चलकर ये सभी लोग महान नेता बने। यह एक विरासत है जो भारत और दुनिया को प्रेरित करती है। उन्होंने कहा कि वर्षों से अनगिनत भारतीय छात्रों को ब्रिटेन में अध्ययन करने का अवसर मिला है।
75 हाई अचीवर्स को सम्मानित किया गया
गौरतलब है कि भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने के मौके पर इंडिया यूके अचीवर्स ऑनर्स में 75 हाई अचीवर्स और कुछ प्रमुख आउटस्टैंडिंग अचीवर्स को सम्मानित किया गया है। तमाम लोग भारत-यूके डायस्पोरा लिविंग ब्रिज को मजबूत करते हैं। ब्रिटिश-भारतीय लॉर्ड करण बिलिमोरिया को 25 जनवरी को पुरस्कार समारोह में लिविंग लीजेंड सम्मान से नवाजा गया।
भारत और ब्रिटेन बराबर के साझेदारी
NISAU यूके के संरक्षक बिलिमोरिया ने कहा, "पुरस्कार जीतने वाले सभी लोग जीवित पुल हैं, जिसके बारे में दोनों देशों में बातें की जाती है। उनकी उपलब्धियां ब्रिटेन और भारत में लोगों को प्रेरित करती हैं। ब्रिटिश संसद में विपक्षी दल- लेबर पार्टी के सांसद वीरेंद्र शर्मा को भी लिविंग लीजेंड सम्मान दिया गया। शर्मा भी NISAU यूके के संरक्षकों में एक हैं। शर्मा ने कहा, "भारत और यूके प्राकृतिक सहयोगी और मित्र हैं। जहां कभी शोषण पर आधारित संबंध थे, अब लोकतंत्र, उद्योग और प्रौद्योगिकी का प्रतिनिधित्व करने वाले देशों में बराबरी की साझेदारी है।"
तेजी से बदल रही है दुनिया
NISAU UK के अनुसार, एक प्रतिष्ठित ज्यूरी ने बड़ी संख्या में नॉमिनेशन की स्क्रूटनी की। कठोर चयन प्रक्रिया के बाद भारत के 75 शीर्ष अचीवर्स और आठ उत्कृष्ट अचीवर्स को शॉर्टलिस्ट किया गया। NISAU UK के अध्यक्ष सनम अरोड़ा ने बताया, "ऑनर्स पर काम करना NISAU UK टीम के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव रहा है। हम हमेशा से जानते हैं कि ब्रिटिश विश्वविद्यालयों के भारतीय स्नातकों का काम असाधारण रहा है, लेकिन मुझे नहीं लगता कि हमें भी यह एहसास हुआ कि यह दुनिया को कितना बदल रहा है।
किन भारतीय हस्तियों को मिला सम्मान
सम्मानित होने वाली भारतीय हस्तियों, खास कर युवाओं के नामों में बॉलीवुड अभिनेत्री परिणीति चोपड़ा, आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रवक्ता और राज्य सभा सांसद राघव चड्ढा, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला और भारतीय महिला फुटबॉल टीम की गोलकीपर अदिति चौहान के नाम भी शामिल हैं।