शिवसेना का सीएम कैंडिडेट चुने जाने से पहले उद्धव ठाकरे ने मोदी-शाह के बारे में विधायकों से क्या कहा?
नई दिल्ली- बीजेपी से गठबंधन तोड़ने के बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पहली बार अपने विधायकों के सामने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को लेकर चुप्पी तोड़ी है। सबसे बड़ी बात ये है कि शिवसेना विधायकों के सामने उन्होंने बीजेपी नेतृत्व का जिक्र इस संदर्भ में किया है कि उनकी पार्टी की छवि खराब करने की बहुत बड़ी साजिश रची गई है। गौरतलब है कि अबतक पार्टी सांसद संजय राउत ने सार्वजनिक तौर पर भाजपा के लिए बहुत सारी बातें कही हैं, लेकिन मातोश्री का कोई शख्स सीधे तौर पर बीजेपी के शीर्ष की ओर उंगली नहीं उठाई थी। आइए जानते हैं कि उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को मातोश्री में शिवसेना विधायकों से क्या-क्या कहा है और उसपर उनके विधायकों की क्या प्रतिक्रिया है?
सीएम पर अंतिम फैसला उद्धव ही करेंगे- शिवसेना विधायक
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को पार्टी विधायकों के साथ बैठक में जानकारी दी कि शिवसेना की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार की प्रक्रिया आखिरी दौर में चल रही है। शिवसेना विधायक भास्कर जाधव के मुताबिक पार्टी सुप्रीमो ने विधायकों की बैठक सरकार गठन की प्रक्रिया और कांग्रेस-एनसीपी नेताओं के साथ दिल्ली में हुई बैठकों की जानकारी देने के लिए बुलाई थी। उन्होंने कहा है, "उद्धवजी मिले और हमें बताया कि सेना की अगुवाई वाली सरकार गठन की प्रक्रिया अंतिम चरण में है।" जाधव ने ये भी कहा कि, "विधायकों ने अगली सरकार बनाने के लिए कांग्रेस और एनसीपी के साथ गठबंधन करने के पार्टी के प्रयासों का भी पूरा समर्थन किया। " उनके मुताबिक शिवसेना विधायक चाहते हैं कि उद्धव ठाकरे ही मुख्यमंत्री बनें। उनके मुताबिक, "हम चाहते हैं कि उद्धवजी मुख्यमंत्री बनें। लेकिन, अंतिम फैसला उन्हीं का होगा और वह हम सब पर बाध्य होगा।"
बीजेपी टॉप लीडरशिप ने मुझे कोई फोन नहीं किया- विधायकों से बोले उद्धव
शिवसेना विधायकों के साथ उद्धव की बैठक के बारे में पार्टी विधायक जाधव ने जो बातें बताई हैं, उसमें सबसे बड़ी बात वो है जो उनके अध्यक्ष ने बीजेपी की टॉप लीडरशिप (जो कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह हैं) के बारे में कहा है। उनके मुताबिक ठाकरे ने इन अटकलों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है कि बीजेपी उनके साथ संपर्क में थी और शिवसेना को मुख्यमंत्री पद का ऑफर दिया था। पार्टी विधायक भास्कर जाधव के मुताबिक उद्धव ने कहा है, "आजतक मेरे पास बीजेपी की टॉप लीडरशिप का कोई कॉल नहीं आया है। यह कुछ नहीं, सिर्फ सेना की छवि खराब करने की एक साजिश है।" इसके साथ ही शिवसेना प्रमुख ने पार्टी के सभी एमएलए से मुंबई में इकट्ठे रहने को कहा है, क्योंकि उनकी जरूरत किसी भी वक्त पड़ सकती है।
पार्टी विधायकों को कोई नहीं तोड़ सकता-शिवसेना एमएलए
पार्टी सुप्रीमो के साथ बैठक से निकले शिवसेना के बाकी विधायकों ने भी लगभग उसी लाइन पर जानकारियां दीं, जैसा कि जाधव ने दिए हैं। एक विधायक प्रकाश सुर्वे ने कहा है कि दो से तीन दिन में नई सरकार बन जाएगी और मुख्यमंत्री शिवेसना का ही होगा। सुनील प्रभु ने कहा कि हम सबको साथ में रहने के लिए कहा गया है तो उदय सामंत ने दावा किया कि सेना के विधायकों को कोई नहीं तोड़ सकता। सामंत के मुताबिक "मुंबई में हम तेजी से बदलते राजनीतिक घटनाक्रम की वजह से इकट्ठे हैं।" विधायक प्रताप सरनाइक ने कहा कि "हम चाहते हैं कि उद्धवजी मुख्यमंत्री बनें और हमनें अपनी मांग उनके सामने जता दी है।"
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