NCP छोड़कर भाजपा के टिकट पर सतारा से लोकसभा चुनाव लड़ने वाले उदयनराजे भोसले पीछे
मुंबई।
महाराष्ट्र
में
एक
बार
फिर
भारतीय
जनता
पार्टी
और
शिवसेना
के
गठबंधन
की
सरकार
बनने
जा
रही
है।
नतीजों
से
पहले
आए
रुझानों
में
NDA
ने
बहुमत
हासिल
कर
लिया
है,
भाजपा
और
शिवसेना
मुख्यालय
में
कार्यकर्ताओं
ने
अभी
से
जश्न
मनाना
शुरू
कर
दिया
है।
एक
तरफ
जहां
भाजपा
जीत
का
जश्न
मना
रही
है
वहीं,
महाराष्ट्र
की
सातारा
लोकसभा
सीट
पर
हुए
उपचुनाव
में
एक
बड़ा
उलटफेर
नजर
आ
रहा
है।
यहां
से
बीजेपी
के
उम्मीदवार
और
छत्रपति
शिवाजी
के
वंशज
उदयनराजे
भोसले
20782
वोटों
से
पीछे
चल
रहे
हैं,
उनका
मुकाबला
राष्ट्रवादी
कांग्रेस
पार्टी
(एनसीपी)
के
श्रीनिवास
पाटिल
से
है।
शिवाजी महाराज की 13वीं पीढ़ी हैं उदयनराजे
बता दें, छत्रपति शिवाजी महाराज की 13वीं पीढ़ी से आने वाले उदयनराजे भोसले विधानसभा चुनाव से ठीक पहले शरद पवार की पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) को छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे। चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उदयनराजे के लिए एक भव्य रैली की थी, लेकिन मतदान के बाद आ रहे रुझानों में उन्होंने निराश किया है। ऐसा माना जाता है था कि उदयनराजे अपने क्षेत्र में काफी फेमस है और वह किसी भी पार्टी से चुनाव लड़ें तो जीत ही जाते हैं।
जिस पार्टी को छोड़ा उसके नेता ने दी कड़ी चुनौती
उदयनराजे भोसले के प्रदर्शन को देखते हुए ऐसा लग रहा है कि इसबार के उपचुनाव में उनको जनता का प्यार नहीं मिला है। जिस पार्टी को छोड़कर वह भाजपा में आए थे उसी पार्टी के नेता श्रीनिवास पाटिल से उन्हें कड़ी चुनौती मिल रही है। चुनाव आयोग के अभी तक के रुझानों में उदयनराजे 20782 वोटों से श्रीनिवास पाटिल से पीछे चल रहे हैं। बता दें, महाराष्ट्र में सतारा लोकसभा सीट पर उपचुनाव में 60 फीसदी से अधिक मतदान हुआ। बीजेपी में शामिल होते समय उन्होंने कहा था कि पीएम मोदी और अमित शाह ही हैं जो छत्रपति शिवाजी महाराज के विचारों को आगे बढ़ा रहे हैं, उन्होंने मोदी सरकार के अनुच्छेद 370 को खत्म करने के फैसले का भी समर्थन किया था।
तीन बार रहे हैं सांसद
छत्रपति शिवाजी के वंशज उदयनराजे भोसले ने अपने राजनीतिक काल में कई पार्टियों से चुनाव लड़ा और जीते भी। वर्ष 2009 में कांग्रेस के टिकट पर, तो 2009 में वह राकांपा की टिकट पर सांसद चुने गए थे। इसके अलावा वह भाजपा सरकार के कार्यकाल में महाराष्ट्र के वित्त मंत्री भी रह चुके हैं।