UAPA: अमित शाह का दिग्विजय पर निशाना, कहा- वो नाराज हैं, ये स्वाभाविक है
नई दिल्ली। गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) संशोधन, 2019 बिल शुक्रवार को राज्यसभा में पारित हो गया। इस बिल पर चर्चा के दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि इस बिल के दुरुपयोग की बात गलत है। इस दौरान उन्होंने दिग्विजय सिंह की ओर से उठाए गए सवालों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह नाराज हैं। यह प्राकृतिक है। वो हाल ही में चुनाव हारे हैं। उन्होंने कहा कि एनआईए के तीन केस में किसी को सजा नहीं मिली, मैं आपको बताता हूं ऐसा क्यों हुआ क्योंकि ये केस राजनीतिक बदले के लिए किए गए थे, इसमें एक विशेष धर्म को आतंक से जोड़ने का प्रयास किया गया।
यूएपीए पर चर्चा के दौरान शाह का दिग्विजय पर निशाना
दरअसल, शुक्रवार को UAPA बिल पर राज्यसभा में चर्चा के दौरान दिग्विजय सिंह ने इस पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा, "हमें भाजपा के इरादों पर संदेह है। कांग्रेस ने आतंकवाद पर कभी समझौता नहीं किया, यही वजह है कि हम ये कानून लेकर आए। ये आप हैं जिन्होंने आतंक पर समझौता किया, एक बार रुबैय्या सईद की रिहाई के दौरान और दूसरा मसूद अजहर को छोड़ कर।"
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दिग्विजय बोले- हमें भाजपा के इरादों पर संदेह है
वहीं अमित शाह ने कहा कि आतंकवाद इंसानियत के खिलाफ होता है। जब हम विपक्ष में थे तो हमने UAPA संशोधन का साल 2004 और 2008 और 2013 में समर्थन किया था। NIA जांच में दोषी साबित होने की दर सबसे ज़्यादा है। आतंकवाद के खिलाफ सभी को एकजुट होना चाहिए। हम मानते हैं कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता है। यह मानवता के खिलाफ है, यह किसी सरकार या व्यक्ति के खिलाफ नहीं होता है। इस बिल में आतंकवाद घोषित करने के लिए चार प्वाइंट निर्धारित किए गए हैं।
शाह बोले- आतंकवाद इंसानियत के खिलाफ
अमित शाह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि आपातकाल के दौरान क्या हुआ था? सभी मीडिया पर प्रतिबंध लगा दिया गया, सभी विपक्षी नेताओं को जेल में डाल दिया गया। 19 महीने लोकतंत्र नहीं था, और आप हम पर कानूनों का दुरुपयोग करने का आरोप लगा रहे हैं? कृपया अपने अतीत को देखें।
लोकसभा के बाद अब राज्यसभा से भी पास हुआ यूएपीए बिल
यूएपीए बिल 2019 शुक्रवार को राज्यसभा से पास हो गया। बिल के पक्ष में 147 और विरोध में 42 वोट पड़े। लोकसभा बिल को पहले ही मंजूरी दे चुकी है। गुरुवार और शुक्रवार को बिल पर उच्च सदन में चर्चा के बाद इसे मंजूरी मिली। बिल को लेकर कांग्रेस और दूसरे विपक्षी सदस्यों ने कई सवाल उठाए। जिस पर गृहमंत्री अमित शाह ने चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि इस बिल का मसकद किसी को निशाना बनाना नहीं है, जैसा कि कुछ सदस्यों ने सवाल उठाए हैं। शाह ने कहा कि विपक्ष आखिर इस कानून से क्यों डर रहा है? अगर आप कुछ नहीं करेंगे तो आप पर कोई कार्रवाई नहीं होगी।
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