यूएई की राजकुमारी ने मंदिर में जाकर किया दर्शन, मुस्लिम कट्टरपंथियों ने साधा निशाना तो कासिमी ने दिया ये करारा जवाब
यूएई की प्रिंसेस पहुंचीं गोल्डन टैंपल, मुस्लिम कट्टरपंथियों ने साधा निशाना तो कासिमी ने दिया ये करारा जवाब
बेंगलुरु। कोरोनावायरस के कहर के बीच संयुक्त अरब अमीरात यूएई की राजकुमारी हिंद अल कासिमी मुस्लिम कट्टरपंथियेां के निशाने पर आ गई हैं। मालूम हो कि ये वहीं राजकुमारी हैं जिन्होंने भारत में मुसलमानों के साथ होने वाले कथित उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठायी थी। यूएई की उन्हीं राजकुमारी ने बीते बुधवार को तमिलनाडु की राजधानी के चेन्नई के प्रसिद्ध गोल्डन टेंपल के दर्शन और पूजा करने का एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया शेयर किया जिसके बाद मुस्लिम कट्टरपंथियों ने इन्हें काफिर कर कर ट्रोल करना शुरु कर दिया। जिसके तुरंत बाद राजकुमारी ने उन्हें करारा जवाब देते हुए उन सभी का मुंह बंद करवा दिया।
मंदिर में दर्शन का वीडियो शेयर कर लिखी ये बात
दरअसल, राजकुमारी हिंद अल कासिमी ने बुधवार को ये वीडियो शेयर करते हुए लिखा था कि मैंने मुस्लिम होने के बावजूद मैंने चेन्नई के गोल्डन टेंपल में जाकर पूजा की और मुझे इस मंदिर में अद्भुत ऊर्जा का अहसास हुआ। मैंने भारत में पुदुचेरी के पहाड़ों को भी देखा मैं वहां के खेतों में गई। इतना ही नहीं मैंने अपने लिए वहां साड़ी और बिंदी खरीदी। मैंने गोल्डन टेंपल की यात्रा की। केले के पत्ते पर खाना खाया। राजकुमारी ने ये भी लिखा कि पूरा मंदिर सोने से बना था। मैं मुस्लिम हूं लेकिन लोगों के साथ प्रार्थना साझा करने के लिए गई थी। मंदिर में मैंने लक्ष्मी, शिव, हनुमान के दर्शन किए। उन पर जल अर्पित किया। लोगों को अविश्वसनीय भारत देखना चाहिए।
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मुस्लिम कट्टथपंथियों ने किया कहा काफिर
राजकुमारी
के
इस
वीडियो
के
शेयर
करते
ही
होने
लगा
विरोध
राजकुमारी
ने
वीडियो
जैसे
ही
सोशल
मीडिया
पर
शेयर
किया
वैसे
ही
इस
पर
विवाद
शुरु
हो
गया
हैं।
मुस्लिम
कट्टरपंथियों
ने
मंदिर
में
पूजा
करने
को
'हराम'
बताते
हुए
उन्हें
ट्रोल
करना
शुरू
कर
दिया
और
उन्हें
कई
यूजर्स
ने
काफिर
कहा।
राजकुमारी ने कट्टरपंथियों को दिया ये मुंहतोड़ जवाब
यूएई की राजकुमारी ने कट्टरपंथियों को मुंह तोड़ जवाब देते हुए ट्वीट के जवाब में लिखा, 'क्या आप जानते हैं कि अगर आप दूसरे मुस्लिम को काफिर बुलाते हैं तो यह पाप है? अज्ञानतावश अगर आप ये नहीं जानते हैं तो मैं आपको बता देती हूं।' उन्होंने लिखा कि भारत एक स्वतंत्र राष्ट्र है। वह उसकी पूजा कर सकता है जिसकी वह चाहता है। लेकिन एक चीज होनी चाहिए कि यह सभी के लिए सुरक्षित होना चाहिए। उन्होंने लिखा कि 'यह हराम तब होता जब मैंने अपने खुदा के अलावा किसी और ईश्वर की इबादत की होती। मैं अपने खुदा की इबादत करती हूं और वे अपने। मैं मंदिर की वास्तुकला से बेहद प्रभावित हुई और सोने के मंदिर के ढांचे ने मन मोह लिया। मैंने नए दोस्तों से मुलाकात की और उनके साथ खाना खाया। उनसे संस्कृति और धर्म पर बात की। इसमें गलत क्या है?'
पहले गाय पर विवादित ट्वीट कर फंसी थी UAE की प्रिंसेज
मालूम हो कि इससे पहले भी ये राजकुमारी सोशल मीडिया में चर्चा का विषय बनी जब इन्होंने गाय को लेकर भारत पर हमला किया था। अभी भारतीय संस्कृति का बखान करने वाली राजकुमारी ने अमेरिका में कुत्ते को लेकर लोगों के बर्ताव के बहाने भारत पर निशाना साधा था। तभी कासिमी ने कहा था कि 'भारत में लोग इंसान से ज्यादा गाय के साथ अच्छा व्यवहार करते हैं।' अपने इस मैसेज पर वो जमकर ट्रोल हुई थी लोगों ने जमकर उन्हें काफी खरी खोटी सुनाई थी जिसके बाद राजकुमारी को सफाई देनी पड़ी थी।
सफाई देते हुए लिखी थी ये बात
सफाई देते हुए कासिमी ने लिखा था कि 'मैंने कभी गाय के पूजा की आलोचना नहीं की। मैंने एक तथ्य रखा था। गाय की एक देवता की तरह से पूजा होती है और हिंदू धर्म शांति का पाठ पढ़ाता है। लेकिन लोगों का एक नया हिंसात्मक राजनीतिक समूह अल्पसंख्यकों को गाली दे रहा है। यह हिंदू धर्म, इस्लाम, यहूदी और ईसाई धर्म में गलत है।'
प्रिंसेज कासिमी की ये हैं खूबियां
राजकुमारी अल कासिमी पिछले कुछ माह में ही खबरों में आई हैं। उनके पिता एक डॉक्टर हैं और मां यूएई के स्कूल में प्रिंसिपल हैं। राजकुमारी के पास आर्किटेक्चर, प्रोजेक्ट मैनेजमेंट, एन्टरप्रन्योरशिप, मैनेजमेंट, कम्युनिकेशंस एंड मीडिया की डिग्रियां हैं जो उन्होंने दुनियाभर की यूनिवर्सिटीज से हासिल की हैं। वह एक लाफइस्टाइल मैगजीन की एडीटर-इन-चीफ भी हैं। राजकुमारी ने 'ब्लैक बुक ऑफ अरेबिया' नामक एक किताब भी लिखा है। कतर के आमीर अल थानी के साथ साल 2006 में उनकी शादी भी हुई और दोनों के एक बेटा है। लेकिन कुछ दिनों बाद उनका तलाक हो गया और तलाक के बाद से ही वह दोहा में रह रही हैं। उनके बेटे का प्रिंस थानी ने अपने पास रखा है और वह बेटे को अपने पास रखने के लिए कानूनी लड़ाई लड़ रही हैं।