सबरीमाला मंदिर में प्रवेश के लिए दो महिलाओं ने सुप्रीम कोर्ट से मांगी सुरक्षा, जज ने किया मना
नई दिल्ली। केरल के सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश पर एक बार फिर बवाल मच सकता है। दरअसल गुरुवार को देश के उच्चतम न्यायालय में दो महिलाओं ने कोर्ट से अपील की कि उन्हें मंदिर में प्रवेश होने के लिए सुरक्षा प्रदान की जाए। महिलाओं की याचिका पर सुनवाई करते हुए जस्टिस शरद अरविंद बोबडे ने उनकी अपील को मानने से इनकार कर दिया।
गौरतलब है कि केरल के सबरीमाला मंदिर में महिलाओं को जाने की अनुमति नहीं है, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी आज तक महिलाओं को मंदिर के गर्भ गृह तक जाने नहीं दिया गया। इस मामले पर पिछले 1 साल से बवाल मचा हुआ है, इस बीच दो महिलाओं ने मंदिर में प्रवेश होने के लिए सुप्रीम कोर्ट से सुरक्षा मांगी जिसे जज ने मानने से इनकार कर दिया। न्यायमूर्ति एसए बोबडे ने कहा कि मंदिर में महिलाओं के प्रवेश का मामला अभी सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों की बेंच के पास है।
न्यायमूर्ति ने आगे कहा कि जब तक मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला नहीं आ जाता तब हम ऐसा कोई भी आदेश पास नहीं कर सकते जिससे देश की शांति भंग हो। उन्होंने कहा फिलहाल स्थिति देश में स्थिति विस्फोटक है, हम कोई हिंसा नहीं चाहते। अपने फैसले में न्यायमूर्ति ने आगे कहा कि यह मामला संदर्भ में है और यदि यह अंततः आपके पक्ष में फैसला किया जाता है, तो हम आपकी रक्षा करेंगे। बता दें कि मंदिर में प्रवेश के लिए रेहाना फातिमा और बिंदू अमानी ने सुप्रीम कोर्ट से सुरक्षा मांगी थी।
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