असम में एनआरसी के दो अधिकारी घूस लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार
नई दिल्ली। असम में नेशनल रजिस्टर ऑफ रिकॉर्ड (एनआरसी) के दो अधिकारियों को घूस लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया है। दोनों ही अधिकारियों को डायरेक्टोरेट ऑफ विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ने गुरुवार को गिरफ्तार किया है। एनआरसी के दोनों अधिकारियों को उस वक्त गिरफ्तार किया गया जब वह एनआरसी ड्राफ्ट में नाम शामिल करने के लिए एक व्यक्ति से 10000 रुपए ले रहे थे। जिन दो एनआरसी अधिकारियों को घूस लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है उनके नाम शाहजहां और राहुल परासर है, दोनों को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा।
बता दें कि एनआरसी काफी लंबे समय से विवाद की वजह बना हुआ है, असम में लोग इसका विरोध कर रहे हैं। यहां रहने वाले तमाम नागरिको का नाम इसमे शामिल नहीं किया गया है, जिसकी वजह से एनआरसी विवादों में है। यहां तक कि कारगिल युद्ध में लड़ने वाले सेना के अधिकारी का भी नाम इसमे शामिल नहीं है।
भारतीय सेना में 30 साल तक सेवाएं दे चुके और कारगिल की जंग लड़ चुके मोहम्मद सनाउल्लाह को विदेशियों के लिए बने न्यायाधिकरण (फॉरेनर्स ट्रिब्यूनल) ने विदेशी घोषित किया है। विदेशी घोषित होने के बाद सनाउल्लाह को परिवार सहित गोलपाड़ा के डिटेंशन कैंप भेजा गया है. रिटायरमेंट के बाद मोहम्मद सनाउल्लाह असम पुलिस में एएसआई के रूप कार्यरत थे। मीडिया में आने के बाद अब यह मामला गुवाहाटी हाईकोर्ट में है। इस मामले में शिकायतकर्ता का कहना है कि जांच कर रहे अधिकारी चंद्रमल दास ने मामले में कोई हकीकात ही नहीं है और एक फर्जी जांच रिपोर्ट तैयार कर दी। जिसके चलते पूर्व सैनिक को ना सिर्फ विदेश घोषित कर दिया गया बल्कि उनको हिरासत में लेकर डिटेनशन कैंप भी भेज दिया।
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