झारखंड़: मवेशी चोरी के आऱोप में भीड़ ने पीट-पीटकर मुस्लिम युवकों को मार डाला
रांची। झारखंड के गोड्डा जिले में भीड़ ने मवेशी चोरी के शक में दो मुस्लिम युवकों की पीट-पीटकर हत्या कर दी। झारखंड में मारे गए दोनों लोग के नाम सिराबुद्दीन अंसारी और मुर्तजा हैं। पुलिस के मुताबिक दोनों इसी इलाके में क्रमश: तलझारी और बांझी गांव के रहने वाले थे। यह घटना मंगलवार रात गोड्डा ज़िले के देवटांड़ थाना क्षेत्र के बनकट्टी गांव की है। बताया जा रहा है कि भैंस चुराने वाले दोनों युवकों को बनकट्टी गांव में लोगों ने रंगे हाथ पकड़ा था।
सांकेतिक फोटो
उसके साथ अन्य युवक भी थे जो भागने में सफल रहे। पकड़े गए युवक को ढुलू गांव ले जाया गया। वहां पर आस-पास के लोग जुटे और दोनों की पिटाई शुरू कर दी। देखते ही देखते काफी संख्या में लोग पहुंच गए और सभी ने लाठी और पत्थर से मारकर दोनों की हत्या कर दी। इस घटना में कालेश्वर सोरेन, किशन टुडू और हरजोहन किस्कु को गिरफ्तार किया गया है और स्थिति को नियंत्रण में लाया गया है।
पुलिस के मुताबिक, तफ्तीश में यह जानकारी मिली है कि मुंशी बेसरा के मवेशी चोरी किए जाने की खबर के बाद ढुल्लू गांव के बहुत सारे आदिवासी कथित चोरों का पीछा करने लगे। बनकट्टी के पास पांच लोग पकड़े गए, जिनमें तीन लोग भागने में सफल रहे। इस दौरान 13 भैंसे भी मिल गईं। इसके बाद ग्रामीणों की भीड़ दोनों लोगों सिराबुद्दीन अंसारी और मुर्तजा पर टूट पड़ी। वे लोग जान बख्श देने की गुहार लगाते रहे और लोग बेरहमी से पीटते रहे। घटनास्थल पर ही दोनों ने दम तोड़ दिया।
मारे गए मुर्तजा के पिता हलीम अंसारी का कहना है कि मेरा बेटा मवेशी का व्यापारी था। काम नहीं रहने पर साइकिल से कोयला ढोकर परिवार चलाता था। ढुलू गांव के लोगों से मेरे बेटे को पुरानी दुश्मनी है। इसलिए मवेशी चोरी को आरोप लगाकर मेरे बेटे की हत्या कर दी गई। वहीं महाराष्ट्र के औरंगाबाद में सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे फर्जी मैसेज पर यकीन करके भीड़ द्वारा दो लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दिए जाने का एक और मामला सामने आया है।