अपने ही हेलिकॉप्टर को मार गिराने वाले वायुसेना के दो अफसरों का होगा कोर्ट मार्शल, चार अन्य पर गिरेगी गाज
नई दिल्ली। कश्मीर में 27 फरवरी 2019 को अपना ही हेलीकॉप्टर मार गिराने के बाद वायुसेना के दो अधिकारियों के खिलाफ आज बड़ा फैसला लिया गया। दोनों ही अधिकारियों को अब कोर्ट मार्शल का सामना करना पड़ेगा, वहीं चार अन्य के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी।
बता दें, भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तानी सीमा के अंदर घुसकर बालाकोट में हवाई हमला किये जाने के बाद पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई करते हुए कश्मीर में 27 फरवरी को हमला किया। इस दौरान दोनों देशों की वायुसेना के बीच हवाई संघर्ष हुआ था। भारतीय वायु सेना की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल ने कश्मीर घाटी के बडगाम में एमआई-17 हेलीकॉप्टर मार गिराया था जिससे उसमें सवार वायुसेना के छह कर्मी और जमीन पर एक आम नागरिक की मौत हो गई थी।
मालूम हो कि, मामली की जांच वायुसेना ने अपने एयर कॉमोडोर रैंक के अधिकारियों को सौंपी थी। इस जांच में पांच महीने की देरी के बाद आज बड़ा फैसला लिया गया। जांच में देरी की वजह हेलिकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स चोरी हो जाना था। जब हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ तो बडगाम में ग्रामीणों ने उसका ब्लैक बॉक्स चोरी कर लिया था। इसके अलावा हादसे के बाद जब जांच के लिए अधिकारी घटना स्थल पर पहुंचे तो उनके वाहनों पर पत्थरबाजी भी की गई थी।
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वायुसेना प्रमुख ने 4 अक्टूबर को प्रेस कांफ्रेंस में इस हादसे को वायुसेना की 'बड़ी चूक' करार दिया था। उन्होंने बताया था कि, घटना में कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का आदेश दिया गया था जो जांच पूरी हो चुकी है, इस जांच में सामने आया कि हेलिकॉप्टर वायुसेना की अपनी ही मिसाइल के चपेट में आ गया था। उन्होंने बताया था कि, यह सामने आया है कि हेलिकॉप्टक हमारी ही मिसाइल का निशाना बन गया था। हम प्रशासनात्मक कार्रवाई कर चुके हैं दो अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।