जीरो से नीचे पहुंची कच्चे तेल की कीमतें, तो लोग बोले-कोका-कोला से सस्ता हुआ ऑयल
नई दिल्ली। कोरोना वैश्विक महामारी के चलते पूरे विश्व के कई देशों में लॉकडाउन के हालात है। इस लॉकडाउन का एक ऐसा भी असर सामने आया है, जिसके बारे में कोई कभी सोच भी नहीं सकता था। कच्चे तेल के दाम में ऐतिहासिक गिरावट दर्ज की गई है। इसकी कीमत पानी से भी सस्ती हो गई है। वेस्ट टेक्सस इंटरमीडिएट (डब्लूटीआई) में फ्यूचर प्राइस पहली बार नेगेटिव में पहुंच गया है यानी प्रोड्यूसर उल्टे खरीदार को तेल ले जाने के पैसे देंगे।
एक बैरल तेल से महंगी है कोका कोला की बोतल
कोरोना वायरस संकट के कारण कच्चे तेल की मांग में कमी आई है और तेल की सभी भंडारण सुविधाएं भी अपनी पूर्ण क्षमता पर पहुंच चुकी हैं। सोमवार को बाजार में कच्चा तेल की कीमत शून्य से नीचे 37.63 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गई। तेल की कीमतें भले ही गिर गई हों लेकिन, ट्विटर पर लोगों ने जमकर मजे लिए। ट्विटर पर लोग तेल की गिरी कीमतों को लेकर मीम्स शेयर कर रहे हैं। एक यूजर लिखता है कि, एक बैरल तेल से महंगी है कोका कोला की बोतल।
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तेल को स्टोर करने के लिए जगह की कमी पड़ती
कोरोना वायरस की वजह से दुनियाभर में ज्यादातर जगहों पर लॉकडाउन है, ज्यादातर गाड़ियों के पहिये थमे हुए हैं, लिहाजा तेल की डिमांड बहुत कम है। आलम यह है कि सप्लाई सरप्लस की वजह से प्रोड्यूसर्स के पास तेल को स्टोर करने के लिए जगह की कमी पड़ती दिख रही है। ओवरफ्लो की स्थिति है।
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सेनेटाइजर से सस्ता हुआ तेल
इससे पहले सऊदी अरब और रूस के बीच जारी कीमतों के युद्ध से पहले ही तेल की कीमतों पर पलीता लगा हुआ था, हालांकि महीने की शुरुआत में दोनों देशों और कुछ अन्य देशों ने मिलकर तेल की कीमत बढ़ाने के लिए उत्पादन में करीब 1 करोड़ बैरल रोजाना की कटौती करने का फैसला किया, लेकिन कीमत में गिरावट जारी रही।
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