जुड़वां भाइयों की हत्या: बजरंग दल नेता के भाई सहित 6 गिरफ्तार, बाइक पर लिखा था 'रामराज्य'
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के सतना जिले के चित्रकूट से 12 फरवरी को अगवा किए गए दो जुड़वां भाइयों की हत्या कर दी गई। इन दोनों मासूमों के शव उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में यमुना नदी में तैरते मिले थे। इस हत्याकांड में पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार किया है जिनमें एक बजंरल दल के स्थानीय नेता का भाई बताया जा रहा है। जुड़वां भाई श्रेयांश और प्रियांश चित्रकूट के सद्गुरु पब्लिक स्कूल में पढ़ते थे और 12 फरवरी को दोनों स्कूल बस से घर लौट रहे थे तभी बाइक सवार नकाबपोश बदमाशों ने बंदूक की नोंक पर इनको अगवा कर लिया था।
6 लोगों को गिरफ्तार किया गया
पुलिस ने इस केस में इंजीनियरिंग के दो छात्रों सहित 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए 6 आरोपियों में एक बजरंग दल के स्थानीय नेता का भाई है। घटना के बारे में पुलिस ने बताया कि अपहरणकर्ताओं ने बच्चों के पिता से 1 करोड़ रु की फिरौती मांगी थी। परिजनों ने पुलिस को बताए बिना अपहरणकर्ताओं को फिरौती के 25 लाख रुपए दे भी दिए थे लेकिन ये रकम मिलने के बावजूद उन मासूमों की हत्या कर दी गई।
बजरंग दल नेता का भाई गिरफ्तार, गाड़ी पर लगा था बीजेपी का झंडा
इन दोनों बच्चों के हाथ-पैर बंधे थे और बांदा में यमुना नदी में इनकी लाश तैरती मिली थी। अपहरणकर्ताओं का पता लगाने में मध्य प्रदेश पुलिस नाकाम रही जबकि, यूपी एसटीएफ को भी बदमाशों का कोई सुराग नहीं मिला। पुलिस ने बताया कि इस वारदात में शामिल पदम शुक्ला बजरंग दल के क्षेत्र समन्वयक विष्णुकांत का भाई है। इस अपराध को अंजाम देने में जिस गाड़ी का इस्तेमाल हुआ उस गाड़ी पर बीजेपी का झंडा लगा था जबकि मोटरसाइकिल में नंबर प्लेट की जगह 'रामराज' लिखा था। हालांकि आईजी चंचल सिंह ने साफ किया कि इस केस में विष्णुकांत की कोई भूमिका सामने नहीं आई है।
पुलिस की बड़ी लापरवाही भी सामने आई
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में एक स्कूल के सुरक्षा गार्ड का बेटा, बच्चों को कोचिंग पढ़ाने वाला युवक और एक बीटेक का छात्र भी शामिल है। इस केस में पुलिस की बड़ी लापरवाही भी सामने आई है। बताया जा रहा है कि किडनैप करने के बाद बदमाशों ने इन बच्चों को दो दिनों तक मध्य प्रदेश में ही रखा था लेकिन एमपी पुलिस को इसकी कोई भनक लगी और बदमाश बच्चों को लेकर सीमा पार करने में कामयाब रहे। वहीं इस हत्याकांड के बाद पूरे मामले में राजनीति भी शुरू हो गई है।
चित्रकूट में सड़कों पर उतरे लोग
वहीं, बच्चों का शव बरामद होने के बाद आक्रोशित लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। जिसको देखते हुए चित्रकूट में धारा 144 लगा दी गई है।इस घटना से आक्रोशित लोग सड़कों पर उतर आए। व्यापारियों ने चित्रकूट में अपने सभी प्रतिष्ठान बंद कर दिए। लोगों ने लामबंद होकर जानकीकुंड परिसर में धावा बोल दिया। वहीं, जगह-जगह हंगामे के बाद इलाके में भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है।