टीवी के 'कृष्ण' नितीश भारद्वाज का इंस्टा, यूट्यूब पर डेब्यू, वीडियो शेयर कर बोले- चमत्कार के बाद विवश हो गया
नई दिल्ली। मशहूर टीवी धारावाहिक महाभारत में कृष्ण का किरदार निभा कर मशहूर हुए एक्टर नितीश भारद्वाज ने सोशल मीडिया एंट्री की है। भारद्वाज फेसबुक पर पहले हैं, अब उन्होंने ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर डेब्यू किया है। नितीश ने इंस्टा पर अपना वीडियो शेयर करते हुए कहा कि हाल ही में मैंने एक वीडियो जारी किया था, उसे इतना ज्यादा देखा गया कि ये किसी चमत्कार जैसा था। जिसके बाद मैंने फैसला किया कि मुझे सोशल मीडिया के सभी प्लेटफॉर्म पर आना चाहिए।
वीडियो शेयर कर 'चमत्कार' के बारे में बताया
भारद्वाज ने इंस्टा डेब्यू के साथ ही वीडियो शेयर किया। वीडियो में नितीश कह रहे हैं- मित्रों, दो दिन पहले जो मैंने महाभारत के संदर्भ में एक वीडियो डाला था उस वीडियो को 35 लाख लोगों ने देखा, वह 1 करोड़ 12 लाख लोगों तक पहुंचा। ये चमत्कार है, इसने मुझे विवश कर दिया कि अब मैं अपना ट्विटर, इंस्टा और यूट्यूब चैनल शुरू करूं। ये मैंने शुरू कर दिया है, फेसबुक पर भी इसकी जानकारी दे दी है।
|
मैं कृष्ण नहीं, इंसान हूं
अपने वीडियो नितीश भारद्वाज ने कहा, कई लोगों ने ऐसा लिखा है लेकिन मैं स्वंय कृष्ण नहीं हूं। हां ये है कि हममें सबके भीतर कृष्ण हैं। इतना अवश्य है कि गुरु, साहित्य, माता-पिता के सानिध्य में जो कुछ जानता हूं इन्हीं से जानता हूं। शास्त्रों की उपयोगिता क्या है वह मैं लोगों तक पहुंचाना चाहता हूं। हम अक्सर बड़े लोगों की बायोग्राफी से सीखना चाहते हैं लेकिन जो असफलताएं हैं, उनसे भी सीखना चाहिए।
फिर से चर्चा में महाभारत, रामायण
महाभारत में नितीश ने भगवान कृष्ण का रोल प्ले किया था। उस वक्त उनकी एक्टिंग की खूब तारीफ हुई थी और उन्हें कृष्ण ही कहा जाने लगा था। देशभर में लॉकडाउन के बाद टीवी पर फिर से 'रामायण', 'महाभारत', 'शक्तिमान' जैसे टीवी सीरियल फिर से प्रसारित किए जा रहे हैं। ऐसे में लोगों के बीच इन टीवी शो में काम करने वाले कलाकारों को लेकर भी दिलचस्पी है। हाल ही एक इंटरव्यू में नितीश भारद्वाज ने बताया था कि 'महाभारत' में उन्हें पहले विदुर के रोल के ऑडिशन के लिए बुलाया गया था। कम उम्र की वजह से वो रोल उन्हें ना मिला और रवि चोपड़ा ने उन्हें भगवान कृष्ण का रोल दे दिया। जिसने उन्हे बहुत शोहरत दिलाई।
इमरान हाशमी बोले- सामने अनदेखा दुश्मन, स्थिति युद्ध के हालातों से भी बदतर