भारत और पाकिस्तान के बीच की तल्ख़ी क्या एशिया कप क्रिकेट को ले डूबेगी?
पिछले दिनों एशिया कप की मेज़बानी को लेकर जय शाह ने बयान दिया था. इसके बाद से ही पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन रमीज़ राजा आक्रामक हो गए हैं.
- एशिया कप 2023 की मेज़बानी को लेकर हो रहा है विवाद
- बीसीसीआई और पीसीबी हैं आमने-सामने
- जय शाह और रमीज़ राजा के बयानों ने बटोरी सुर्ख़ियाँ
- रमीज़ राजा का कहना है कि भारत अगर एशिया कप से हटा, तो पाकिस्तान भी वनडे वर्ल्ड कप में नहीं खेलेगा
- पाकिस्तान ने एशिया कप से भी हटने की चेतावनी दी है
एशिया कप क्रिकेट की मेज़बानी को लेकर भारत और पाकिस्तान आमने-सामने हैं. दोनों देशों के क्रिकेट अधिकारियों, जानकारों और पूर्व क्रिकेटर्स के बीच बयानबाज़ी हो रही है.
इन सबके बीच एशिया कप को लेकर ही सवाल उठने लगे हैं. अगले साल सितंबर में एशिया कप की मेज़बानी पाकिस्तान को करनी है.
लेकिन पिछले दिनों भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सचिव जय शाह के एक बयान को लेकर विवाद उठ खड़ा हुआ.
जय शाह एशियाई क्रिकेट काउंसिल के चेयरमैन भी हैं. एशियाई क्रिकेट काउंसिल की एशिया कप का आयोजन कराती है.
इस साल अक्तूबर में बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने बोर्ड की सलाना बैठक के बाद कहा था कि एशिया कप 2023 किसी तीसरे देश में आयोजित होगा, क्योंकि भारत पाकिस्तान नहीं जा सकता.
जय शाह के बयान के बाद भारत के खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी कहा कि भारत के पाकिस्तान जाने का फ़ैसला गृह मंत्रालय के सलाह पर निर्भर करेगा.
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विवाद
जय शाह के बयान पर विवाद उस समय शुरू हुआ, जब पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन रमीज़ राजा ने कहा कि अगर एशिया कप पाकिस्तान में नहीं हुआ, तो उनकी टीम एशिया कप नहीं खेलेगी.
रमीज़ राजा ने कहा- ऐसा नहीं है कि हमारे पास मेज़बानी के अधिकार नहीं हैं और हम इसके लिए गिड़गिड़ा रहे हैं. हमने निष्पक्ष तरीक़े से मेज़बानी हासिल की है. अगर भारत पाकिस्तान नहीं आता है, तो मत आए. लेकिन अगर इस कारण पाकिस्तान से मेज़बानी ली गई, तो हम इस टूर्नामेंट से हटने वाले पहले मुल्क होंगे.
इतना ही नहीं रमीज़ राजा ने यहाँ तक कह दिया कि पाकिस्तान की टीम भारत में होने वाले वनडे वर्ल्ड कप से भी हट सकती है.
अब इस बयान पर पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफ़रीदी ने भी अपनी राय दी है.
पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा- क्रिकेट के कारण ही भारत और पाकिस्तान के बीच हमेशा ही संबंध सुधरे हैं. भारतीय चाहते हैं कि पाकिस्तान भारत में क्रिकेट खेले.
पीसीबी के चेयरमैन रमीज़ राजा ने भी एक बार फिर अपनी बात दोहराई है.
रावलपिंडी में इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच हुए टेस्ट मैच के बाद रमीज़ राजा ने एक बार फिर विवाद का ठीकरा बीसीसीआई के सिर फोड़ा है.
रावलपिंडी टेस्ट मैच में इंग्लैंड ने पाकिस्तान को हरा दिया था.
मैच के बाद बीबीसी के टेस्ट मैच स्पेशल कार्यक्रम में रमीज़ राजा ने कहा कि बीसीसीआई ने ही इस विवाद की शुरुआत की है.
रमीज़ राजा ने कहा- उस समय क्या होगा जब पाकिस्तान की सरकार सुरक्षा कारणों से पाकिस्तान की टीम को भारत जाने की अनुमति नहीं देगी. ये यहाँ काफ़ी भावनात्मक मुद्दा है. बीसीसीआई ने इस बहस को एक तरह से शुरू किया है. हमें जवाब तो देना ही था. टेस्ट क्रिकेट को भारत और पाकिस्तान की ज़रूरत है.
रमीज़ राजा चाहते हैं कि भारत राजनीतिक मतभेदों को किनारे रखकर भारत को एशिया कप के लिए अगले साल पाकिस्तान आना चाहिए.
उन्होंने कहा, "आपने देखा कि वर्ल्ड कप में क्या हुआ. मेलबर्न में 90 हज़ार फ़ैन्स जुटे. मैं आईसीसी से थोड़ा निराश हूँ. जब फ़ीफ़ा प्रमुख के सामने ये मुद्दा रखा गया कि अमेरिका ईरान से मैच क्यों खेल रहा है, जबकि ईरान में महिलाओं से जुड़े या अन्य कई मुद्दे हैं, तो फ़ीफ़ी प्रमुख ने फ़ुटबॉल पकड़कर कहा इससे कई मुद्दे हल हो सकते हैं."
रमीज़ राजा ने कहा- अगर भारत और पाकिस्तान की टीमें नहीं खेल रही होंगी, तो कोई मुक़ाबला नहीं होगा. मैंने कई बार ऐसा कहा है कि मुझे भारत में बहुत प्यार मिला है. मैंने कई आईपीएल मैचों में कमेंट्री भी की है. मैं जानता हूँ कि क्रिकेट फ़ैन्स भारत और पाकिस्तान को देखना चाहते हैं.
फ़िलहाल भारत और पाकिस्तान द्विपक्षीय सिरीज़ नहीं खेलते हैं. लेकिन एशिया कप और आईसीसी प्रतियोगिताओं में इन दोनों टीमों का आमना-सामना होता रहता है.
हाल ही में टी-20 वर्ल्ड कप के दौरान 23 अक्तूबर को मेलबर्न में दोनों टीमों का आमना-सामना हुआ था.
ये मैच काफ़ी रोमांचक रहा था और आख़िरकार भारत की टीम मैच जीत गई थी.
उससे पहले एशिया कप में भी भारत और पाकिस्तान का सामना हुआ था. इसमें एक मैच भारत ने और एक मैच पाकिस्तान ने जीता था.
भारत ने वर्ष 2008 में आख़िरी बार पाकिस्तान का दौरा किया था. भारत की टीम एशिया कप खेलने पाकिस्तान गई थी.
जबकि पाकिस्तान की टीम वर्ष 2016 में टी-20 वर्ल्ड कप खेलने भारत आई थी.
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पहले भी एशिया कप से हटे हैं भारत और पाकिस्तान
भारत 1986 में हुए दूसरे एशिया कप से अलग हो गया था.
इस एशिया कप की मेज़बानी श्रीलंका ने की थी.
सरकारी तौर पर ये कहा गया कि भारतीय खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर ये फ़ैसला किया गया है.
उस समय श्रीलंका में एलटीटीई और सेना के बीच जंग चल रही थी और हिंसा भी हो रही थी.
लेकिन जानकार ये भी बताते हैं कि 1985 के भारत के दौरे में वहाँ काफ़ी विवाद हुआ था.
इस कारण भारतीय क्रिकेटर्स भी श्रीलंका नहीं जाना चाहते थे.
1990-91 में भारत की मेज़बानी में एशिया कप होना था. लेकिन भारत के साथ राजनीतिक तनाव के कारण पाकिस्तान टूर्नामेंट से हट गया था.
1993 में भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के कारण प्रतियोगिता ही रद्द कर दी गई थी.
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एशिया कप का इतिहास
1984 में एशियाई क्रिकेट काउंसिल (एसीसी) की स्थापना हुई थी और उसी साल पहली बार एशिया कप का आयोजन हुआ था.
एशिया कप की मेज़बानी यूएई में हुई, क्योंकि एसीसी का मुख्यालय वहीं था. पहला एशिया कप शारजाह में खेला गया.
भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका ने इसमें हिस्सा लिया और आख़िरकार ख़िताब भारत की झोली में आया.
दूसरा एशिया कप श्रीलंका में हुआ और भारत ने सुरक्षा कारणों का हवाला देकर प्रतियोगिता में खेलने से इनकार कर दिया.
इस एशिया कप में बांग्लादेश को भी शामिल किया गया.
इस बार ख़िताब जीता श्रीलंका ने. श्रीलंका ने फ़ाइनल में पाकिस्तान को मात दी.
वर्ष 1988 में तीसरा एशिया कप बांग्लादेश में आयोजित हुआ.
फ़ाइनल में भारत ने श्रीलंका को हराकर दूसरी बार एशिया कप का ख़िताब जीता.
चौथा एशिया कप 1990-91 में भारत में खेला गया. लेकिन भारत के साथ राजनीतिक तनाव के कारण पाकिस्तान ने टूर्नामेंट से अपना नाम वापस ले लिया.
फ़ाइनल में भारत ने श्रीलंका को हराकर ख़िताब अपने नाम किया.
दोनों देशों के बीच तनाव के कारण 1993 का एशिया कप रद्द कर दिया गया था.
1995 में पाँचवाँ एशिया कप शारजाह में हुआ. अच्छी रन गति के कारण भारत और श्रीलंका की टीमें फ़ाइनल में पहुँची.
क्योंकि भारत, श्रीलंका और पाकिस्तान के अंक समान थे. भारत ने श्रीलंका को फ़ाइनल में हराकर ख़िताब अपने नाम किया.
1997 का एशिया कप श्रीलंका में हुआ और इस बार मेज़बान श्रीलंका ने ख़िताबी जीत हासिल की.
श्रीलंका ने फ़ाइनल में भारत को आठ विकेट से हराया.
2000 में एशिया कप की मेज़बानी बांग्लादेश ने की. भारत पहली बार फ़ाइनल में जगह नहीं बना पाया.
फ़ाइनल में पाकिस्तान ने श्रीलंका को हराकर पहली बार एशिया कप का ख़िताब जीता.
2004 में एशिया कप की मेज़बानी श्रीलंका ने की. इस बार इसके फ़ॉर्मेट में बदलाव किया गया. इस प्रतियोगिता में पहली बार हांगकांग और यूएई को भी शामिल किया गया.
फ़ाइनल में श्रीलंका ने एक बार फिर भारत को हराकर ख़िताब जीता.
2008 में एशिया कप का आयोजन पाकिस्तान में हुआ. एक बार फिर फ़ाइनल में श्रीलंका और भारत की भिड़ंत हुई.
श्रीलंका ने भारत को फ़ाइनल में 100 रन से हराकर ख़िताब फिर अपने नाम किया.
2010 में एक बार फिर मेज़बानी श्रीलंका को मिली. लेकिन इस बार फ़ाइनल में पासा पलट गया.
फ़ाइनल में एक बार फिर भारत और श्रीलंका का आमना-सामना हुआ और इस बार भारत ने ख़िताब जीता.
2012 में बांग्लादेश में हुआ एशिया कप पाकिस्तान ने जीता, जबकि 2014 में ख़िताब श्रीलंका की झोली में गया.
2016 में एशिया कप को टी-20 फ़ॉर्मेट में कराने का फ़ैसला हुआ और ख़िताब भारत ने जीता.
2018 में वनडे फ़ॉर्मेट में खेला गया एशिया कप भी भारत ने जीता.
जबकि इस साल यानी 2022 में हुआ एशिया कप टी-20 टूर्नामेंट श्रीलंका ने पाकिस्तान को हराकर जीता है.
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(कॉपी: पंकज प्रियदर्शी)
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