TRP Scam: अर्नब की वायरल चैट पर पुलवामा शहीदों के परिजन नाराज, कहा- कभी नहीं करेंगे माफ
TRP Scam: टीआरपी घोटाले में कुछ महीने पहले मुंबई पुलिस ने एक एफआईआर दर्ज की थी, जिसमें कई चैनल्स और बार्क के अधिकारियों का नाम शामिल था। इस बीच रिपब्लिक टीवी के प्रमोटर और एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी की व्हाट्सएप चैट लीक हुई। जिसमें बालाकोट स्ट्राइक का भी जिक्र था। इस चैट से साफ हुआ कि अर्नब के पास पुलावाम हमले और बालाकोट स्ट्राइक से जुड़ी काफी अहम जानकारियां थीं, जिसका इस्तेमाल टीआरपी के लिए किया गया। इसके बाद से वे पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों के परिजनों के निशाने पर आ गए हैं।
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अंग्रेजी चैनल टाइम्स नाउ की रिपोर्ट के मुताबिक एक शहीद के परिजन ने कहा कि जब पूरा देश पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों के लिए शोक मना रहा था, तो अर्नब रेटिंग की बात कर रहे थे। इसके लिए उन्हें शर्म आनी चाहिए। वहीं अपने दामाद की शहादत पर एक महिला ने कहा कि पूरा देश दुखी था, लेकिन अर्नब को टीआरपी की फ्रिक थी। वो केवल टीवी पर ही बड़ी-बड़ी बातें करते हैं। इसके लिए हम उनको कभी नहीं माफ करेंगे।
शहीद जवान अवधेश कुमार के भाई ने भी इस पूरे मामले में सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि आखिर अर्नब को ये जानकारी कैसे मिली। उनके चैनल को टीआरपी के लिए ऐसे हमलों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। साथ ही उन्होंने जांच की मांग की। वहीं कुछ पूर्व सैनिकों ने भी चैट वायरल होने के बाद अपना गुस्सा जाहिर किया है। उन्होंने कहा कि जो लोग संवेदनशील जानकारियों को लीक करने में शामिल थे, उन पर सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए।
राहुल
गांधी
ने
भी
साधा
निशाना
राहुल
गांधी
ने
कहा
कि
बालाकोट
स्ट्राइक
जैसे
प्लान
की
जानकारी
चार-पांच
लोगों
को
हो
सकती
है,
जिसमें
प्रधानमंत्री,
रक्षामंत्री,
गृहमंत्री,
एयरफोर्स
चीफ
और
राष्ट्रीय
सुरक्षा
सलाहकार
शामिल
हो
सकते
हैं।
यहां
तक
कि
पायलट्स
को
भी
ऐसे
मौकों
पर
आखिरी
समय
में
जानकारी
दी
जाती
है।
ऐसे
में
हम
यह
जानना
चाहते
हैं
कि
इन
लोगों
में
से
किसने
अर्नब
गोस्वामी
को
यह
जानकारी
दी
थी।
क्या
प्रधानमंत्री
नरेंद्र
मोदी
ने
गोस्वामी
को
जानकारी
दी
या
गृहमंत्री
ने
या
एनएसए
ने?