'TRP घोटाले' के बाद इन न्यूज चैनलों को विज्ञापन नहीं देगा पारले, ट्विटर पर ट्रेंड हुआ #ParleG
TRP घोटाले के बाद ऐसे न्यूज चैनलों को विज्ञापन नहीं देगा पारले, ट्विटर पर ट्रेंड हुआ #ParleG
नई दिल्ली: महाराष्ट्र की मुंबई पुलिस ने पिछले हफ्ते टेलीविजन रेटिंग प्वाइंट (TRP Scam) से छेड़छाड़ करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। जिसके बाद कुछ प्राइवेट न्यूज चैनल को इस मामले में नोटिस भी जारी किए गए हैं। TRP से छेड़छाड़ मामले को गंभीरता से लेते हुए पारले प्रोडक्ट्स (Parle Products) ने बड़ा फैसला लेते हुए कहा है कि कंपनी अब इस तरह के न्यूज चैनलों को विज्ञापन नहीं देगी, जो कंटेंट के साथ छेड़छाड़ करते हैं। इसका मलतब साफ है कि कुछ न्यूज चैनलों पर अब आपको पारलेजी बिस्किट का विज्ञापन नहीं दिखने वाला है। इसके बाद से ही ट्विटर पर हैशटैग #ParleG (Parle G) ट्रेंड हो रहा है।
Parle कंपनी ने दी जानकारी
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पारले (Parle) के एक अधिकारी कृष्णराव बुद्ध ने कहा कि कंपनी एग्रेसिव और भड़काउ कंटेंट दिखाने वाले न्यूज चैनल्स को अब अपना विज्ञापन नहीं देंगे। कृष्णराव बुद्ध ने कहा, हम ये भी कोशिश में लगे हुए है कि हम सारे विज्ञापनकर्ता एक साथ आएं और मिलकर न्यूज चैनल के साथ विज्ञापन देने के बारे में सोचें। ताकी न्यूज चैनल को ये बात साफतौर पर समझ में आ जाए कि उन्हें अपने अप्रोच और कंटेंट दोनों में बदलाव करने होंगे।
इंडियन सिविल लिबर्टीज यूनियन ने भी अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल पर बताया कि पारले प्रोडक्ट्स ने आक्रामक सामग्री प्रसारित करने वाले समाचार चैनलों पर विज्ञापन नहीं देने का फैसला किया है। ये चैनल उस प्रकार के नहीं हैं जैसे कंपनी पैसा लगाना चाहती है क्योंकि यह अपने लक्षित उपभोक्ता का पक्ष नहीं लेती है। बजाज और पारले की अगुवाई में कंपनियों के जुड़ने का समय आ गया है।
#ParleG के साथ सोशल मीडिया पर जमकर तारीफ
भड़काउ कंटेंट दिखाने वाले न्यूज चैनल को विज्ञापन नहीं देने के फैसले के बाद सोशल मीडिया/ट्विटर पर हैशटैग #ParleG ट्रेंड कर रहा है। वैरीफाइड यूजर @_sayema ने लिखा है, ये हुई न बात! मैं और मेरा परिवार आपके (Parle G) परमानेंट कस्टमर हैं। वहीं अन्य यूजरों ने पारले के इस फैसले का स्वागत किया है।
पत्रकार Madhavan Narayanan ने लिखा है, मैं सामाजिक रूप से जिम्मेदार ब्रांडों के रूप में ParleG और प्लेटिना का समर्थन करता हूं। कई यूजर ने लिखा है कि इस तरह के ब्रांड और कंपनी का होना बहुत जरूरी है।
पारले के पहले बजाज ने भी लिया ये फैसला
पारले के पहले बजाज कंपनी ने भी कहा था कि उनकी कंपनी ने तीन न्यूज चैनलों को विज्ञापन देने से बैन कर दिया है। इस बात की जानकारी खुद उद्योगपति और बजाज ऑटो के प्रबंध निदेशक राजीव बजाज ने दी थी। राजीव बजाज के कहा था, बिजनेस का लक्षण समाज में कुछ अच्छा संदेश देना भी होता है। मैंनें इस सामाजिक जिम्मेदारी को समझते हुए तीन न्यूज चैनलों को विज्ञापन देने से ब्लैकलिस्ट करने का फैसला किया है।
जानिए TRP Scam मामला
मुंबई की क्राइम ब्रांच ने पिछले हफ्ते एक प्रेस कॉन्फेंस के जरिए बताया कि टीआरपी के साथ छेड़छाड़ की जा रही है, खासकर सुशांत सिंह राजपूत मामले में। मुंबई पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह ने मीडिया को बताया कि रिपब्लिक टीवी चैनल भी टीआरपी गिरोह में शामिल है। इस मामले में रविवार (11 अक्टूबर) को रिपब्लिक टीवी के सीईओ सहित चार बड़े अधिकारियों को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। टीआरपी घोटाले मामले में मुंबई पुलिस ने अभीतक चार लोगों को गिरफ्तार भी किया है।
TRP से हमें चैनलों के एनालिटिक्स के बारे में पता चलता है, जैसे महीने में, हफ्ते में, कौना सा टीवी कार्यक्रम सबसे ज्यादा देखा गया। कौन सा चैनल सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है। किस चैनल पर कितने बजे कितने ज्यादा दर्शक होते हैं।