गैर-एनडीए राज्यों के सीएम करते केजरीवाल से याराना
नई दिल्ली(विवेक शुक्ला) बिहार और पश्चिम बंगाल के बाद अब त्रिपुरा के मुख्यमंत्री नृपेन सरकार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिले। सरकार की भी बेहद साफ-सुथरी इमेज है। बीते कुछ हफ्तों के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी केजरीवाल से मिल चुके हैं।
नीतीश और केजरीवाल में तो बहुत याराना हो गया है। केजरीवाल के आगामी बिहार विधानसभा चुनावों में बीजेपी के खिलाफ कैंपेन करने की भी संभवना जताई जा रही है।
केन्द्र सरकार के खिलाफ
जानकार कह रहे है कि गैर-एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री चाहते हैं कि केजरीवाल उनके केन्द्र सरकार के खिलाफ नेतृत्व करते रहे।इसी क्रम में सरकार का भी नाम जुड़ गया है।
जमकर दुरुपयोग
बता दें कि कुछ समय पहले एक सरकारी संस्था का अरविंद केजरीवाल ने जमकर दुरुपयोग किया। उन्होंने दिल्ली के मावलंकर हॉल में नीतीश कुमार के सम्मान में 'बिहार सम्मान समारोह' का भव्य आयोजन दिल्ली सरकार के मैथिली-भोजपुरी अकादमी के सहयोग से किया।
जानकार मानते हैं कि केजरीवाल को सरकारी संस्था का अपने लाभ के लिए इस्तेमाल करने से बचना चाहिए।उक्त अकादमी का गठन दिल्ली में भोजपुरी और मैथिली के साहित्यिक उत्थान के लिए किया गया था। ये संस्था पिछले कई सालों से भोजपुरी-मैथिली कवि सम्मेलन, संगोष्ठी आदि का साहित्यिक आयोजन करती रही है।
बागी सांसद भी
मुख्यमंत्रियों के अलावा बीजेपी के बागी सांसद शत्रुध्न सिन्हा भी केजरीवाल से बीते कुछ समय पहले उनके घर में जाकर मिल चुके हैं। यानी एनडीए सरकार के खिलाफ जो ताकतें काम कर रही हैं, उन्हें केजरीवाल अपने हीरो लग रहे हैं।