#Tripuraassemblyelection: त्रिपुरा को 'माणिक' नहीं, 'हीरा' चाहिए- प्रधानमंत्री मोदी
मौजूदा सरकार को निशाने पर लेते हुए पीएम ने कहा कि ये सरकार पिछले 25 साल से सत्ता में है, लेकिन लोगों के लिए कुछ भी नहीं किया है
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नई दिल्ली। बीजेपी ने त्रिपुरा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रैली के साथ चुनावी आगाज कर दिया है। त्रिपुरा के सोनामुरा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रैली में कहा कि त्रिपुरा को अंधकार युग से बाहर लाकर, विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाना है। उन्होंने कहा, लोगों को बेहतर रोजगार के अवसरों की जरूरत है। हिंदुस्तान में किसी को अंदाजा भी नहीं होगा कि त्रिपुरा में कैसी क्रांति आ रही है, ये चुनाव भाजपा नहीं यहां की जनता अपने हकों के लिए लड़ रही है। पीएम ने कहा कि एक तरफ सरकार है और दूसरी तरफ जनता और जब जनता मैदान में उतरती है तो वो अच्छे अच्छे सरकारों को उखाड़ कर फेंक देती है।
त्रिपुरा को किसी 'माणिक' की ज़रूरत नहीं, त्रिपुरा को 'HIRA'चाहिए
मौजूदा सरकार को निशाने पर लेते हुए पीएम ने कहा कि ये सरकार पिछले 25 साल से सत्ता में है, लेकिन लोगों के लिए कुछ भी नहीं किया है। त्रिपुरा ने गलत माणिक पहन लिया है, जब तक आप ये गलत माणिक नहीं उतारोगे,तब तक त्रिपुरा का भाग्य नहीं बदलेगा। त्रिपुरा को अन्धकार से बाहर निकालने का समय आ गया है। उन्होंने सवाल उठाया कि माणिक सरकार ने सातवां वेतन आयोग को लागू क्यों नहीं किया ? लोगों को उनके हक का पैसा नहीं मिला। ये किसी अपराध से कम नहीं है। उन्होंने कहा, 'मैं हैरान हूं कि, 1996 के बाद से त्रिपुरा में वेतन में कोई सुधार नहीं हुआ, देश के किसी दूसरे कोने में ऐसा होता तो ये लाल झंडा लेकर निकल पड़ते और आग लगा देते। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहा, केंद्र सरकार की मदद के बावजूद त्रिपुरा के लोगों का विकास नहीं हुआ। पीएम ने कहा कि त्रिपुरा को किसी 'माणिक' की ज़रूरत नहीं, त्रिपुरा को 'हीरा' चाहिए- 'HIRA'- हाईवे, रोडवेज और एयरवेज।
'त्रिपुरा के लिए 3T पर फोकस'
पीएम मे कहा देश कि देश का भाग्य तब बदलेगा, जब त्रिपुरा का भाग्य बदलेगा। पीएम ने त्रिपुरा के लिए 3T (ट्रेड, टूरिज्म, ट्रेनिंग) पर फोकस की बात कही है। त्रिपुरा में 1993 से ही कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार है। इस बार यहां सीधी टक्कर मोदी और मुख्यमंत्री माणिक सरकार के बीच है। बीजेपी ने इस बार 'चलो पल्टी' का नारा दिया है, जिसका मतलब है 'आओ बदलाव लाएं'. बीजेपी का आरोप है कि यहां की सरकार पिछले 24 साल में कोई बदलाव नहीं लाई है। मुख्यमंत्री माणिक सरकार अपने घरेलू क्षेत्र धानपुर से लगातार पांचवीं बार चुनाव लड़ेंगे। वो 1998 से यहां लगातार जीत रहे हैं। पीएम ने कहा कि उड़ान स्कीम के जरिए हम नॉर्थ ईस्ट में एयर कनेक्टिविटी प्रमोट कर रहे हैं। त्रिपुरा को इससे काफी फायदा होगा।
त्रिपुरा विधानसभा के लिए 18 फरवरी को चुनाव होगा
त्रिपुरा और केरल देश में महज दो ऐसे राज्य हैं जहा लेफ्ट की सरकार है, ऐसे में त्रिपुरा में होने वाले विधानसभा चुनाव लेफ्ट की राजनीति के लिए काफी अहम है। त्रिपुरा में जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी ताबड़तोड़ रैलियां कर रही है और लगातार अपनी पूरी ताकत झोंक रही है, पार्टी प्रदेश की माणिक सरकार की सरकार को हटाने की हर संभव कोशिश में जुटी है। 18 फरवरी को यहां होने वाला चुनाव काफी अहम है, खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां पार्टी के लिए प्रचार कर रहे हैं। बता दें कि 60 सदस्यों वाली त्रिपुरा विधानसभा के लिए 18 फरवरी को चुनाव होने वाले हैं, जिसके लिए भाजपा और आईपीएफटी ने हाथ मिलाया है।भाजपा 51 और आईपीएफटी नौ सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी. आईपीएफटी एक जनजातीय पार्टी है।
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