ट्रिपल तलाक की याचिकाकर्ता पर आतंकियों ने किया था हमला, बड़ी साजिश नाकाम- चार्जशीट
नई दिल्ली- दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल (Delhi Police Special Cell) ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की वकील फराह फैज (Farah Faiz) पर हुए कातिलाना हमले में संदिग्ध आतंकियों का हाथ बताया है। यह हमला 2016 में गोल्डन टेंपल एक्सप्रेस (Golden Temple Express) के अंदर किया गया था। गौरतलब है कि फराह फैज (Farah Faiz) ने ही सुप्रीम कोर्ट में ट्रिपल तलाक (triple talaq) खत्म करने के लिए याचिका डाली थी।
क्या है पूरा मामला?
इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक 17 जून, 2016 को फराह फैज (Farah Faiz) ने दिल्ली के निजामुद्दीन जीआरपी (GRP) में अपने ऊपर हुए कातिलाना हमले को लेकर दो लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था और संदिग्धों के मदरसा छात्र होने की आशंका जताई थी। पुलिस ने उस मामले में जांच शुरू की लेकिन, दो साल बाद भी किसी को गिरफ्तार नहीं कर सकी। पिछले साल दिसंबर में नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने एक आईएसआईएस (ISIS) हरकत-उल-हर्ब-ए-इस्लाम (Harkat-ul-Harb-e-Islam) मॉड्यूल का खुलासा किया था और दिल्ली एवं उत्तर प्रदेश से 10 संदिग्धों को धर-दबोचा था। उनसे पूछाताछ में ये खुलासा हुआ था ये लोग दिल्ली में धमाके और राजनीतिज्ञों पर हमले की साजिश रच रहे थे। इन्हीं 10 में से एक हापुड़ (Hapur) मस्जिद का इमाम साकिब (Saqib) भी था। जब, फराह फैज (Farah Faiz) ने अखबारों में साकिब की तस्वीर देखी, तब उन्होंने ही निजामुद्दीन जीआरपी (GRP) को इसकी सूचना दी।
चार्जशीट में खुलासा
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की रिपोर्ट में कहा गया है कि साकिब (Saqib) और उसके साथियों ने ट्रेन में फराह फैज (Farah Faiz) को ट्रिपल तलाक (triple talaq) पर बैन का समर्थन करने वाली महिला के रूप में पहचान लिया था। फैज ने कहा कि शरिया के खिलाफ काम करने के चलते उन्हें सबक सिखाने के लिए संदिग्धों ने उनपर हमला किया। चार्जशीट के मुताबिक संदिग्ध आतंकी साकिब (Saqib) ने फैज से कहा,"कुछ सिरफिरी औरत समझती हैं कि हम शरिया बदल देंगे।" हमलावरों ने उन्हें चलती ट्रेन से फेंकने की पूरी कोशिश की थी, लेकिन दूसरे यात्रियों की दखल के कारण उनकी जान बच गई। हालांकि, हमलावर गाजियाबाद स्टेशन पर उतरकर फरार होने में कामयाब हो गए। बाद में साकिब ने स्पेशल सेल को पूछताछ में कहा था कि मोदी सरकार शरिया के विरुद्ध जाकर ट्रिपल तलाक (triple talaq) बैन कर रही है, जो इस्लाम के खिलाफ है।
बहुत बड़ी आतंकी साजिश नाकाम
चार्जशीट के मुताबिक 2015 में साकिब अपने साथियों के साथ कश्मीर (Kashmir) गया था और वहीं वह कट्टर बना। एनआईए (NIA) के अनुसार बाद में वह आईएसआईएस (ISIS) अमरोहा (Amroha) मॉड्यूल के चीफ सोहेल (Sohail) से मिला। जांच में साकिब ने बताया कि वह और उसके सहयोगी दिल्ली में बम धमाका करने के लिए और आरएसएस (RSS) नेताओं पर हमले के लिए हथियार और गनपाउडर जमा कर रहे थे। वे बदला लेना चाहते थे, लेकिन उससे पहले ही उत्तर प्रदेश और दिल्ली पुलिस की मदद से एनआईए (NIA) ने आतंकी संदिग्धों को धर-दबोचा।
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