अगर मोदी जी का समर्थन खुल कर नहीं कर सकते, तो ऐसे ही अबसेंट रहो-राम माधव
नई दिल्ली: राज्यसभा में तीन तलाक के दौरान विपक्षी एकता में दरार दिखाई दी। इसी वजह से मोदी सरकार तीन तलाक बिल को मंगलवार को राज्यसभा में पास कराने में कामयाब हो पाई। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने अपने उन सहयोगियों और विपक्ष पर चुटकी ली, जो कि तीन तलाक बिल पर मतदान के दौरान गैरहाजिर रहे। कल राज्यसभा में 184 सांसदो ने वोटिंग में हिस्सा लिया। जबकि सदन की मौजूदा संख्या 240 है। 5 सीटें खाली हैं। नीतीश कुमार की अगुवाई वाली जेडीयू और एआईएडीएमके ने इस बिल का विरोध किया लेकिन मतदान में हिस्सा ना लेकर वॉकआउट किया।
'मोदी सरकार को सांसदों की अबसेंट का मिला फायदा'
पीएम मोदी की अगुवाई वाली एनडीए को मंगलवार को तीन तलाक बिल पास कराने में सांसदों की अबसेंट का फायदा भी मिला। मात्र 15 वोटों के अंतर से सरकार ने तीन तलाक बिल राज्यसभा से पास कराया। विपक्षी पार्टियों सपा,बसपा,टीआरएस औ वाईएसआर कांग्रेस के कुछ सदस्यों की अनुपस्थिति ने भी सरकार की मदद की। अकेले कांग्रेस के प्रताप सिंह बाजवा, विवेक तनखा, रंजीब बिस्वाल और मुकुट मिथि वोटिंग के समय उपस्थित नहीं थे।
राम माधव ने ली चुटकी
राम माधव ने कहा कि कल संसद में जिस तरह से कुछ लोगों ने अनुपस्थित होकर उस कानून को समर्थन दिया, हम धन्यवाद देते हैं। इसी तरह जो अच्छा काम मोदी जी करते हैं उसका समर्थन करो, खुलकर नहीं कर सकते,तो उपस्थित ना रहो। राम माधन तीन तलाक बिल की बात कर रहे थे। गौरतलब है कि कई सांसदों की अनुपस्थिति से बीजेपी को फायदा हुआ और वो ये बिल पास करवा पाई। मोदी सरकार अपने पहले कार्यकाल में ये बिल पास ना करा पाई थी।
तीन तलाक बिल हुआ पास
गौरतलब है कि मंगलवार को तीन तलाक बिल विपक्ष के विरोध और वॉकआउट के वाबजूद पास हो गया। मुस्लिम महिला(विवाह अधिकार संरक्षण) बिल राज्यसभा में चर्चा के बाद 84 के मुकाबले 99 मतों से पारित हुआ। वहीं तीन तलाक बिल चर्चा में विपक्षी सदस्यों ने इसे सलेक्ट कमेटी में भेजने की मांग की थी। इसे सरकार ने खारिज कर दिया। विपक्षी सदस्यों द्वारा सलेक्ट कमेटी में भेजने का प्रस्ताव लाया गया,जो 84 के मुकाबले 100 वोटों से खारिज हो गया। कुल 56 सासंद वोटिंग से दूर रहे।