ट्रांसपोर्ट यूनियन की देशव्यापी हड़ताल, 95 लाख ट्रकों के पहिए जाम
नई दिल्ली: ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस ने देशव्यापी बंद का ऐलान कर दिया है। ट्रांसपोर्ट यूनियन की ये हड़ताल शुक्रवार सुबह 6 बजे से शुरू हुई। ट्रांसपोर्ट यूनियन की मांग है कि डीजल के दामों में कमी की जाए और जीएसटी के अंतर्गत लाया जाए। वहीं यूनियन का कहना है कि वो टोल के खिलाफ नहीं हैं बल्कि टोल कलेक्शन की कार्यप्रणाली के खिलाफ हैं। इस बंद का असर देश के कई इलाकों में देखने को मिल रहा है।
ये भी पढ़ें:
ट्रांसपोर्ट यूनियन की मांग है कि डीजल को जीएसटी के दायरे में लाकर केंद्रीय एवं राज्य के करों में कटौती के माध्यम से इसकी कीमतों में कमी की जाए, पेट्रोल-डीजल की कीमतों में हर रोज नहीं बल्कि 3 महीने में संशोधन हो। जबकि ट्रांसपोर्टर के लिए टोल बेरियर मुक्त होना चाहिए। ट्रांसपोर्ट यूनियन की मांग है कि थर्ड पार्टी बीमा में जीएसटी में छूट दी जाए और ट्रांसपोर्ट व्यापार पैट टीडीएस खत्म किया जाए।
इस बंद का असर दिल्ली और आसपास के राज्यों में देखने को मिल रहा है। अगर ये हड़ताल आगे जारी रही तो रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने वाली सामग्री की कमी का सामना भी करना पड़ सकता है। बता दें कि इस हड़ताल में स्कूल बसें भी शामिल हैं। मुंबई महानगर इलाके में करीब 13 हजार स्कूल बसें इस हड़ताल के समर्थन में उतरी हैं।
ये भी पढ़ें: कुख्यात गैंगस्टर दिलप्रीत के लिए एंबुलेंस बनी कोर्ट रूम, इसलिए करना पड़ा ऐसा