आजम खान पर बकरी-भैंस चोरी से लेकर पायल-कुंडल लूटने तक कुल कितने और क्या-क्या हैं मामले, जानिए
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नई दिल्ली- यूपी के रामपुर से समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान पर मुकदमों का सिलसिला थम नहीं रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार उन्हें पहले ही लैंड माफिया घोषित कर चुकी है, जिसके चलते पिछले एक महीने से वो अपने संसदीय क्षेत्र में दाखिल नहीं हुए हैं। ताजा मामले में उनपर बकरी और बछड़ा चुराने और पांयल-कुंडल लूटने जैसे आरोपों में मुकदमे दर्ज किए गए हैं। आजम खान के खिलाफ कई मामलों में अदालतों से वारंट जारी है और कई में कोर्ट से उनकी अग्रिम जमानत की याचिकाएं भी खारिज हो चुकी हैं। शायद यही वजह है कि वे पिछले काफी दिनों से मीडिया के सामने दिखाई नहीं पड़े हैं। अलबत्ता उनके समर्थन में सपा के बुजुर्ग नेता मुलायम सिंह यादव प्रेस कॉन्फ्रेंस जरूर कर चुके हैं। आइए देखते हैं कि नए मामले दर्ज होने के बाद उनके खिलाफ मुकदमों की संख्या कितनी पहुंच चुकी है और ये मामले हैं क्या?
बकरी-बछड़ा चुराने और पायल-कुंडल लूटने के मामले
सपा नेता आजम खान के खिलाफ रामपुर पुलिस ने बकरी और बछड़ा चोरी लूट का ताजा मामला दर्ज किया है। इस मामले में आजम के खिलाफ रामपुर में नसीमा खातून नाम की एक महिला ने अक्टूबर 2016 में ही शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत के मुताबिक 15 अक्टूबर, 2016 को आजम अपने 7 साथियों और 25 अनजान लोगों के साथ उसके घर में घुस आए और तीन भैंस, एक बछड़ा और चार बकरियां लेकर चले गए। यही नहीं आजम पर उस महिला के पायल और कुंडल भी लूट लेने के आरोप लगे हैं। उस महिला ने उनपर उसके घर में तोड़-फोड़ का भी आरोप लगाया है।
किताबें,फर्नीचर,बिजली चोरी के केस
इससे पहले भी आजम खान के खिलाफ भैंस चोरी के केस दर्ज हो चुके हैं। उनपर काफी संख्या में महत्वपूर्ण किताबें चुराकर अपनी जौहर विश्वविद्यालय के लाइब्रेरी में रखने के आरोप हैं। इसके अलावा उनपर फर्नीचर चोरी करने से लेकर बेशकीमती मूर्तियां चुराने का भी मामला है। वो और उनका परिवार बिजली चोरी जैसे मामलों में भी घिरा हुआ है। रामपुर पुलिस ने बिजली चोरी के एक मामले में आजम की पत्नी और सांसद तनजीन फातिमा के खिलाफ भी केस दर्ज किया है। आजम के खिलाफ ज्यादातर मामले काफी पुराने हैं, लेकिन आरोप है कि पहले उनके राजनीतिक रसूख के चलते पुलिस कार्रवाई नहीं कर पाती थी। हालांकि, अब हो रही कार्रवाई को समाजवादी पार्टी राजनीति से प्रेरित बता रही है।
लैंड माफिया घोषित हैं आजम खान
आजम खान के खिलाफ जमीनों पर अवैध कब्जा करने के 50 मामले दर्ज हैं। इसके अलावा 28 केस अलियागंज के किसानों की शिकायत के आधार पर किए गए हैं। बता दें कि आजम खान पर रामपुर में किसानों की जमीन पर कब्जा करके अपनी जौहर यूनिवर्सिटी बनवाने का आरोप है। इसके अलावा उनपर अपने लग्जरी 'हमसफर' गेस्टहाउस के लिए भी सिंचाई विभाग की जमीन पर अवैध कब्जा करने के आरोप हैं। रामपुर के एएसपी सत्यजीत गुप्ता के मुताबिक सरकारी जमीन पर अतिक्रमण के खिलाफ आजम खान की पत्नी तनजीन फातिमा, बेटे अब्दुल्ला आजम खान और अदीब आजम खान पर भी केस किया गया है। ये मुकदमें आईपीसी की धारा-447 (आपराधिक अतिक्रमण) और धारा-184 (संपत्ति की बिक्री के लिए सरकारी अधिकारी के अधिकार में रुकावट डालना ) तहत किए गए हैं। गौरतलब है कि दूसरों की जमीन पर जबरन कब्जा करने के काफी मामलों के चलते सरकार उन्हें पहले ही भू-माफिया घोषित कर चुकी है। ताजा मामले में उनपर जेल की जमीन हड़पने का भी आरोप लगाहै, जिसकी जांच शुरू की जा चुकी है।
आजम पर अब तक 82 मुकदमें
गुरुवार को दर्ज नए मुकदमों के बाद किसानों की जमीन हड़पने, सरकारी जमीन पर कब्जा करने, कई तरह की चोरियों और लूट जैसे मामलों को मिलाकर समाजवादी पार्टी के लोकसभा सांसद पर मुकदमों की संख्या बढ़कर 82 तक पहुंच चुकी है। इन मुकदमों में उनके खिलाफ पेड़ों की अवैध कटाई के मामले भी शामिल हैं।
5 केस में नहीं मिली है अग्रिम जमानत
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रामपुर के सांसद खिलाफ अभी दो मामलों में वारंट जारी है और पांच केस में अग्रिम जमानत की याचिकाएं विभिन्न अदालतें ठुकरा चुकी हैं। एक केस में अदालत में पेश होने से नाकाम रहने पर एसीजेएम (1) ने उनके खिलाफ वारंट जारी कर रखा है। यह केस 2010 का है, जिसमें चुनाव के दौरान उनपर झूठे बयान देने के आरोप हैं। दूसरा मामला इसी साल के लोकसभा चुनाव का है, जिसमें उनपर रामपुर में उनके खिलाफ चुनाव लड़ीं बीजेपी उम्मीदवार जया प्रदा पर अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप है। इसमें भी उनके खिलाफ वारंट है। इससे पहले आजम की 5 अग्रिम जमानत की याचिकाएं ठुकराई जा चुकी हैं। शायद यही वजह है कि पिछले लंबे समय से आजम खान तो मीडिया के सामने आए हैं और न ही अपनी आदत के अनुसार कोई बयान दे रहे हैं।