देश में Coronavirus के नए स्ट्रेन के 20 और मामले मिले, कुल केस 58 हुए
नई दिल्ली। Coronavirus new strain cases: भारत में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के 20 और मामले मिलने के बाद अब कुल मामले 58 हो गए हैं। वायरस का ये नया स्ट्रेन सबसे पहले यूके में सितंबर महीने में सामने आया था। इसके बाद यहां से भारत लौटे लोगों की जब जांच की गई तो उनमें से कई लोग इन नए स्ट्रेन से संक्रमित पाए गए। आपको बता दें जो लोग ब्रिटेन से लौटने पर कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जा रहे हैं, उनकी जीनोम सीक्वेंसिंग की जाती है। जिसके बाद पता चलता है कि वह नए स्ट्रेन से संक्रमित हैं या फिर नहीं। ये जांच जीनोम कंसोर्टियम लैब्स में होती है, जिन्हें सरकार ने वायरस के किसी भी नए तरह के म्यूटेशन की निगरानी के उद्देश्य से तैयार किया है। अभी तक देश की 10 में से 6 लैब में सैंपल की जांच की गई है।
Recommended Video
जीनोम सीक्वेंसिंग वाले सैंपल में से 10 बेंगलुरू के NIMHANS में, 3 हैदराबाद के सीसीएमबी में, 5 पुणे की एनआईवी में, 11 दिल्ली के आईजीआईबी में, 8 दिल्ली के एनसीडीसी में और 1 कोलकाता के एनसीबीजी में पॉजिटिव पाए गए हैं। वहीं बेंगलुरू के एनसीबीएस, InSTEM, हैदराबाद के सीडीएफडी, भुवनेश्वर के आईएलएस और पुणे के एनसीसीएस में अभी सीक्वेंस किए गए सैंपल में यूके वेरियंट का पता नहीं चला है। 25 नवंबर से लेकर 23 दिसंबर, 2020 तक करीब 33,000 लोग ब्रिटेन से भारत के विभिन्न एयरपोर्ट पर उतरे हैं। इन सभी लोगों को ट्रैक करने के बाद इनका आरटी-पीसीआर टेस्ट किया गया, ताकि ये पता चल सके कि ये कोविड-19 से संक्रमित हैं या फिर नहीं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा है, 'इन सभी लोगों को राज्य सरकारों के विभिन्न स्वस्थ्य केंद्रों में सिंगल रूम आइसोलेशन में रखा जा रहा है। इनके संपर्क में आए लोगों को क्वारंटाइन किया गया है। इसके साथ ही इनके साथ यात्रा करने वालों, परिवारों और अन्य लोगों की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग हो रही है। अन्य सैंपल्स की अभी जीनोम सीक्वेंसिंग की जा रही है। स्थिति पर निगरानी रखी जा रही है और राज्यों को निगरानी, रोकथाम, जांच और सैंपल्स को लैब्स में भेजने संबंधित सलाह दी जा रही है।' भारत सरकार ने कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन का पता चलते ही 23 दिसंबर को ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर अस्थायी तौर पर प्रतिबंध लगा दिया था। इस वायरस के मामले लंदन और यूके के अन्य स्थानों पर पाए जा रहे हैं।
दक्षिण
अफ्रीका
में
मिले
वैरिएंट
पर
असर
नहीं
करेगी
Covid
Vaccine-
ब्रिटेन
के
वैज्ञानिक