कहर:कानपुर से अलीगढ़ तक बर्बाद हुई फसल
नई दिल्ली(विवेक शुक्ला) बारिश, ओला और तूफान ने कानपुर से लेकर अलीगढ़ तक पूरी रबी की फसल को नष्ट कर दिया है। किसानों को इस संकट से निकालने के लिए स्थानीय प्रशासन से लेकर केन्द्र सरकार के पास कोई आपात योजना नहीं है।
कटने को थी अरहर
जानकारी के अनुसार,गेहूं, चना, सरसों और अरहर की फसल कटने को तैयार थी लेकिन इस बारिश ने सारी फसल स्वाहा कर दी। पिछले साल बारिश नहीं हुई थी इसलिए खरीफ की फसल चौपट हुई थी अब रही-सही कसर मार्च की इस बारिश ने पूरी कर दी।
वरिष्ठ लेखक पत्रकार शंभूनाथ शुक्ल ने कहा कि हो सकता है कि यह इलाका और व्यापक हो मगर मैं इतने सीमित इलाके का जिक्र इसलिए कर रहा हूं क्योंकि मुझे इन्हीं इलाकों से फोन आए।
कृषि मामलों के जानकार पी.एल. शर्मा कहते हैं कि सरकार को किसानों के आंसुओं को पोंछना होगा इस संकट की घड़ी में। शंभूनाथ शुक्ल कहते हैं कियह देश की बदनसीबी है कि रबी के सबसे बड़ा उत्पादक क्षेत्र मौसम की भारी मार का शिकार हो रहा है।
लेकिन टीवी न्यूज चैनलों के लिए सुब्रमण्यम स्वामी के प्रलाप और उस पर हुए बवाल को कवर करने तथा उस पर कुछ प्रतिक्रियावादी तत्वों की डिबेट कराने की ज्यादा फिक्र है। एक भी चैनल ने इस बारिश, ओला और तूफान को कवर नहीं किया और न बताया कि नुकसान कितने का होने का अनुमान है। उलटे एक चैनल तो यह बताता रहा कि मार्च की बारिश के चलते मौसम अभी तक सुहाना बना हुआ है।
मौसम की मार
लेकिन मौसम की इस मार का खामियाजा सिर्फ किसान को ही नहीं भुगतना पड़ेगा वरन शहरी मध्यवर्ग भी खाद्यान्नों की बढ़ी कीमतों के लिए और भुगतान को तैयार रहे। सरकार अभी से चेत जाए तो किसान और मध्यवर्ग दोनों की नुकसान की कुछ भरपाई तो की ही जा सकती है।