धारवाड़ में 10 माह तक सिमी के पांच फरार सदस्य, किसी को नहीं लगी भनक
बेंगलुरु। मध्य प्रदेश की खंडवा जेल से फरार होने के बाद सिमी के पांच सदस्य कहां गए किसी को भी नहीं पता लग पाया। हाल ही में इंटेलीजेंस ब्यूरो की ओर से अलर्ट भी जारी किया गया सिमी के पांच फरार सदस्य आतंकी संगठन के साथ मिलकर बड़ी आतंकी साजिश को अंजाम दे सकते हैं।
ये पांच लोग नॉर्थ कर्नाटक के धारवाड़ में एक दो नहीं बल्कि पूरे 10 माह तक रहे और किसी को भी इसकी भनक ही नहीं लग पाई। रविवार को बेंगलुरु की चर्च स्ट्रीट में जो ब्लास्ट हुआ उसके बाद से ही यहां पर सुरक्षा चूक के बारे में भी बातें होने लगी हैं। जांच में लगी पुलिस का सारा ध्यान अब नॉर्थ कर्नाटक के धारवाड़ जिले पर लग गया है।
जाली दस्तावेजों के सहारे लिया किराए पर मकान
जिन पांच सदस्यों के बारे में जानकारी पुलिस को मिल रही थी, वे वही लोग हैं जो पिछले डेढ़ साल से भी ज्यादा समय से फरार हैं। इन पांचों के बारे में पूरे देश में तलाश की जा रही थी लेकिन किसी को भी कानों-कान खबर ही नहीं हो पाई कि ये लोग धारवाड़ में रह रहे हैं।
जांच में लगी पुलिस की ओर से वनइंडिया को जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक पुलिस अब उस मकान मालिक से पूछताछ कर रही है, जहां पर इन पांचों का ठिकाना बना हुआ था।
वहीं मकान के मालिक शिवाजी राव कुलकर्णी को इस बात का जरा भी इल्म नहीं था कि ये लोग कौन हैं क्योंकि इन सभी जाली दस्तावेजों के दम पर मकान किराए पर हासिल कर लिया था।
सिमी के पांचों सदस्यों के बारे में धारवाड़ में किसी को भी कुछ नहीं पता था। जिन लोगों ने भी इनको देखा उन्होंने पुलिस को जानकारी दी है कि इन लोगों को बिल्कुल भी पसंद नहीं था कि कोई इनके काम में दखलंदाजी करे। पुलिस की मानें तो इनकी ओर से कभी भी ऐसा बर्ताव नहीं किया गया जो संदेहास्पद लगे।
मध्य प्रदेश पुलिस की लापरवाही!
सिमी के यह पांच सदस्य जेल मध्य प्रदेश की खंडवा जेल से करीब डेढ़ साल पहले भाग गए थे तभी से यह फरार चल रहे हैं। अब यह सवाल भी उठ रहे हैं कि आखिर ऐसी क्या वजह थी कि मध्य प्रदेश एटीएस ने इनकी फोटोग्राफ सभी पुलिस स्टेशनों के पास नहीं भेजी थी।
यह पांचों कई बार जेल जा चुके थे और इससे साफ है कि मध्य प्रदेश पुलिस के पास इनकी फोटोग्राफ रही होंगी। जेल से भागने के बाद भी इनकी फोटोग्राफ किसी भी पुलिस स्टेशन को भेजी ही नहीं गई।
कर्नाटक में किसी भी जिले के पुलिस स्टेशन के पास इनकी कोई फोटोग्राफ नहीं है और चर्च स्ट्रीट ब्लास्ट के बाद बेंगलुरु पुलिस की ओर से मध्य प्रदेश पुलिस को इनकी फोटोग्राफ भेजने को कहा गया है।
ये लोग चेन्नई में हुए ब्लास्ट के लिए भी जिम्मेदार थे और पुणे में हुए ब्लास्ट में भी इनका हाथ था और इसके बावजूद इनकी फोटोग्राफ जारी नहीं की गई थी। अगर पुलिस के पास इनकी फोटोग्राफ होती तो शायद यह पांचों धारवाड़ में ही पकड़ में आ जाते।